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मानसून का झटका नहीं झेल पाईं यूपी की सड़कें, करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद गड्ढे ही गड्ढे

यूपी के मुरादाबाद की सड़केंं मानसून का पहला झटका भी नहीं झेल पाईं। वर्षा के कारण जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इससे हादसा होने का खतरा भी बना हुआ है। लाजपत नगर में छह महीने के भीतर नगर निगम ने सड़कें बनाईं उनमें अब गहरे गड्ढे हो गए हैं। दीनदयाल नगर का मुख्य मार्ग भी जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गया है।

By Tej Prakash Saini Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sun, 07 Jul 2024 02:47 PM (IST)
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सिविल लाइंस पर सड़क उखडी दिखाई दी।जागरण

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मानसून का पहला झटका भी हाट मिक्स की सड़कें नहीं झेल पाई हैं। करोड़ों रुपये सड़कों पर खर्च करने के बाद लोग जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। वर्षा के कारण जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। छह महीने के अंदर बनी सड़कों की बदहाली का नमूना देखिए कि हाट मिक्स की परत हटकर नीचे रेस्टोरेशन किए गए पत्थर भी उखड़ गए हैं।

कहीं पर गुणवत्ता की कमी से उखड़ी हैं तो कहीं सीवर लाइन खोदाई के बाद डाली गई सड़क धंस गई है। नगर निगम व जल निगम की ओर से सड़कें बनाई गई हैं। लाजपत नगर में छह महीने के भीतर नगर निगम ने सड़कें बनाईं, उनमें अब गहरे गड्ढे हो गए हैं। दीनदयाल नगर का मुख्य मार्ग भी जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गया है।

सड़कों में हो गए गड्ढे

रामगंगा विहार फेस-दो में भी हाल ही में हाट मिक्स सड़कें नगर निगम ने बनवाईं। लेकिन, नाली उफनाने से इन सड़कों में पानी हर समय भरा रहता है, जिससे सड़कों में गड्ढे हो गए हैं। हरथला में पीडब्ल्यूडी ने करीब 700 मीटर सड़क एक महीना पहले बनाई थी। अब इसमें भी गड्ढे हो चुके हैं।

यहां पर जल निगम द्वारा गहरी सीवर लाइन डालने के बाद सड़क धंस गई है। इन गड्ढों में रोड़ी और गिट्टी नहीं डाली गई। जिससे वाहनों से यह गड्ढे और चौड़े हो गए हैं। अवंतिका कालोनी का भी यही हाल है। सिविल लाइंस क्षेत्र की अन्य सड़कों का भी यही हाल है।

पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता सतपाल सिंह ने बताया कि कांठ रोड पर रेस्टोरेशन का कार्य शुरू कर दिया है। लेकिन, वर्षा की वजह दिक्कत हो रही है। नगर निगम के मुख्य अभियंता डीसी सचान ने बताया कि संबंधित क्षेत्र के जेई सड़कों की मरम्मत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। जल निगम ने सीवर लाइन खोदाई के बाद जो सड़कें बनाई हैं, उनमें गड्ढे होने पर रोड़ी-गिट्टी डालने का कार्य कराया जा रहा है। लेकिन, लगातार वर्षा से नए गड्ढे फिर हो जा रहे हैं।

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