Weather Update: मुरादाबाद में ठंड ने बना दिया डाकू, पछुआ हवा से ठिठुरा शरीर, जगह-जगह अलाव जलाने के मजबूर लोग
रविवार को न्यूनतम तापमान आठ और अधिकतम 16 डिग्री सेल्सियस रहा। इस लिहाज से न्यूनतम तापमान तो करीब दो डिग्री तक बढ़ा है लेकिन शीतलहर के असर से सर्दी कम नहीं हो रही। शीतलहर में ओस व कोहरा गेंहू की फसल के लिए अच्छा बताया जा रहा है लेकिन सब्जियों की पैदावार इस कोहरे में कम होने से उत्पादन पर असर पड़ा है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। शीतलहर ने एक महीने से बुरा हाल कर दिया है। रविवार को एक बार फिर जिले के लोगों पर इसकी दोहरी मार पड़ी। वजह, धुंध की ओट में छिपे 'रवि' के दर्शन नहीं हुए। वहीं, तेज ठंडी पछुआ हवा चलने से शरीर की ठिठुरन और बढ़ गई।
इससे पहले तीन दिन से दोपहर 12 बजे के बाद हल्की धूप निकल आती थी। इससे कुछ राहत मिलती थी, लेकिन रविवार को मौसम ने फिर पलटी मारी और लोग धूप को तरस गए। घरों में रूम हीटर व अलाव जले। रविवार को न्यूनतम तापमान आठ और अधिकतम 16 डिग्री सेल्सियस रहा। इस लिहाज से न्यूनतम तापमान तो करीब दो डिग्री तक बढ़ा है, लेकिन शीतलहर के असर से सर्दी कम नहीं हो रही।
शीतलहर से गेहूं को फायदा, सब्जी का नुकसान
शीतलहर में ओस व कोहरा गेंहू की फसल के लिए अच्छा बताया जा रहा है। लेकिन, सब्जियों की पैदावार इस कोहरे में कम होने से उत्पादन पर असर पड़ा है। आलू की फसल को भी झुलसा रोग लगने की संभावना बढ़ी है।अगले सप्ताह से शीतलहर में कमी आने की संभावना है। जब तक वर्षा नहीं होगी तब तक गलन वाली सर्दी बनी रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। बादल भी आसमान में बन रहे हैं। लेकिन, वर्षा होने की संभावना नहीं है। - प्रो.आरके सिंह, मौसम विशेषज्ञ, गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंत नगर
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