Muzaffarnagar News: चाय वाले ने पैसे मांगे तो भड़क गए पालिका कर्मी; काट दिए धड़ाधड़ 13 चालान
UP news मुजफ्फरनगर में एक चाय वाले को एक के बाद एक 13 चालान काटे जाने का मामला सामने आया है। पालिका कर्मी से पैसे मांगने पर झल्लाए कर्मचारी ने अतिक्रमण के आरोप में चालान काट दिए। सीजेएम कोर्ट से समन मिलने पर चाय वाले को इसकी जानकारी हुई। कर निर्धारण अधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। चाय वाले ने पैसे मांगे तो झल्लाए पालिका कर्मी ने अतिक्रमण करने के आरोप में एक के बाद एक उसके 13 चालान काट दिए। सीजेएम कोर्ट से समन पहुंचा तो चाय वाले को जानकारी हुई। कर निर्धारण अधिकारी ने एक ही चाय वाले के 13 चालान काटने पर संबंधित कर्मचारी का स्पष्टीकरण तलब कर मामले की जांच बैठा दी। उन्होंने यह भी पूछा कि उन दिनों अन्य कितने लोगों के चालान किए गए।
टाउनहाल के सामने सदर बाजार में चाय की दुकान करने वाला मंगेश पालिका कार्यालयों में कर्मचारियों और अधिकारियों को चाय पहुंचाता है। अधिकांश के साथ उसकी उधारी चलती रहती है। कुछ माह पहले मंगेश ने चाय के पैसे मांगे तो पालिका के एक कर्मचारी ने उसके एक के बाद एक 13 चालान काट दिये।
सीजेएम कोर्ट से मिला समन
मंगेश को सीजेएम कोर्ट से समन मिला। बताया गया कि ये समन नगरपालिका टैक्स विभाग की ओर से दी गई अतिक्रमण की रिपोर्ट पर किया गया। इसमें चाय वाले मंगेश को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा गया है। मंगेश कोर्ट का समन लेकर पालिका पहुंचा और कर अक्षीक्षक नरेश शिवालिया से शिकायत की। इस पर कर अधीक्षक दिनेश कुमार भी सोच में पड़ गये। बताया जा रहा है कि अतिक्रमण पर चालान काटा गया। लेकिन उससे कर अधीक्षक नरेश शिवालिया भी अंजान है।
पैसों की उधारी को लेकर था विवाद
मामला कर निर्धारण अधिकारी दिनेश कुमार के समक्ष भी पहुंचा। उन्होंने मंगेश के चालान की पत्रावली तलब कर ली। पत्रावली का अवलोकन किया तो वह भी आश्चर्य में पड़ गए। प्रथम दृष्टया जांच में पता चला कि टैक्स विभाग के लाइसेंस पटल पर कार्य कर रहे बीसी सोनू मित्तल का चाय के पैसों की उधारी के लिए कुछ दिन पहले मंगेश के साथ विवाद हुआ था। इसी रंजिश में बदला लेने के लिए बीसी सोनू मित्तल ने मंगेश का चालान फर्जी तरीके से बिना अधिकारियों के संज्ञान में लाये काटा। जिस पर कोर्ट से कार्यवाही हुई। चालान पर ही कर अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर किये गए हैं।
मामला गंभीर है। एक ही व्यक्ति के 13 चालान किए गए हैं। पूछा गया है कि इनके अलावा कितने चालान किये गए हैं। इस मामले में राजस्व निरीक्षक विजय कुमार और बीसी सोनू मित्तल से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। - दिनेश कुमार यादव, कर निर्धारण अधिकारी