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Mahendra Singh Tikait: किसानों के दिलों में आज भी जिंदा हैं चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत, आंदोलनों ने बढ़ाया था कद

Mahendra Singh Tikait बाबा टिकैत की जयंती पर विशेष। अनेकों आंदोलन उनके संघर्ष और सफलता के गवाह बने। बाबा टिकैत ने जीवन में कुछ आदर्श मापदंड स्थापित किए जिनके कारण वह अमर हो गए। उनका जीवन किसान और उसकी खुशहाली के लिए समर्पित रहा।

By Jagran NewsEdited By: PREM DUTT BHATTUpdated: Thu, 06 Oct 2022 10:11 AM (IST)
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Tikait Birth anniversary किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की आज 87 वीं जयंती है।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। Mahendra Singh Tikait भाकियू संस्थापक चौ. महेंद्र सिंह टिकैत करिश्माई किसान नेता रहे। उनके जीवन की सादगी उनके व्यक्तित्व को दर्शाती थी। बाबा टिकैत ने जीवन में कुछ आदर्श मापदंड स्थापित किए, जिनके कारण वह अमर हो गए। उनका जीवन किसान और उसकी खुशहाली के लिए समर्पित रहा।

संघर्ष और सफलता के गवाह

अनेक आंदोलन उनके संघर्ष और सफलता के गवाह बने। आज भी बाबा टिकैत के लिए किसानों का दिल धड़कता है। आज गुरुवार को उनकी 87 वीं जयंती है। गांवों में बिजली न मिलने से किसानों की परेशानी देख चौ. महेंद्र सिंह टिकैत ने 27 जनवरी 1987 को करमूखेड़ी बिजलीघर को घेर लिया था। आंदोलन के दौरान किसान जयपाल और अकबर अली की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी।

24 दिन चला था आंदोलन

इस आंदोलन के बाद चौ. महेंद्र सिंह टिकैत का कद काफी बढ़ गया था। 27 जनवरी 1988 को मेरठ कमिश्नरी पर महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों के साथ डेरा डाल दिया था। वहीं पर किसानों ने खाने के लिए भट्ठियां सुलगा दी। 35 सूत्रीय मांगों को लेकर यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से 24 दिन चला। बाद में बाबा ने ऐलान किया कि अब धरना दिल्ली में होगा।

किसानों के अधिकारों के लिए लड़े

25 अक्टूबर 1988 को बाबा टिकैत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान दिल्ली के वोट क्लब पर पहुंच गए। बाद में उनकी मांगे सरकार ने पूरी की। बुजुर्ग किसान चौ. मांगेराम सिंह बताते हैं कि चौ. महेंद्र सिंह टिकैत की हुंकार ने कई बार सरकारों को जगाने का कार्य किया। वे किसानों को अधिकार के लिए लड़ना सिखा गए।

बाबा टिकैत के बताए मार्ग पर चल रहे : धर्मेंद्र

मुजफ्फरनगर : भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने संयुक्त बयान में कहा कि बाबा टिकैत की जयंती गांव-गांव में किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई जाएगी। आज देश का किसान टिकैत के बताए हुए रास्ते पर चलकर अपनी बात डीएम से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक कहने में सक्षम है।

मार्ग पर चलने की सीख

यह हिम्मत और हौंसला बाबा टिकैत द्वारा चलाए गए आंदोलन से संभव हो पाया। उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए भाकियू अराजनैतिक किसान मुद्दों पर मुखर है। आज गांवों में किसान संकल्प लेंगे कि महात्मा टिकैत के मार्ग पर चलकर किसान कल्याण के लिए हर स्तर आंदोलन, वार्ता, सुझाव के माध्यम से अग्रसर रहेंगे।

टिकैत को श्रद्धांजलि देंगे सियासी दिग्गज

मुजफ्फरनगर : भाकियू संस्थापक चौ. महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती पर सिसौली स्थित किसान भवन में हवन और श्रद्धांजलि सभा होगी। जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, रालोद अध्यक्ष चौ. जयंत सिंह, आप सांसद संजय सिंह समेत हरियाणा के उप मुख्यमंत्री चौ. दुष्यंत सिंह चौटाला के परिवार से सदस्य आएंगे। दिवंगत किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का 87 वां जन्मदिवस किसान मजदूर दिवस के रूप में देश भर में मनाया जाएगा।

यज्ञ भी किया जाएगा

सिसौली स्थित किसान भवन में मुख्य कार्यक्रम रखा गया है। जिसमें सहारनपुर व मेरठ मंडल के किसान भाग लेंगे। अन्य किसान जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करेंगे। यज्ञ भी किया जाएगा। उसके पश्चात दोपहर एक बजे श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी । जिसमें बाबा टिकैत के जीवन पर वक्ता प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य जयंत चौधरी, आप सांसद संजय सिंह आएंगे। 

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