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चली गई नौकरी... नाम लिखने के नियम के बाद ढाबा मालिक ने मुस्लिम कर्मचारियों को निकाला, सुना दिया ये फरमान

यूपी सरकार ने कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले सभी होटलों और दुकानदारों को बोर्ड पर नाम मोबाइल नंबर आदि लिखकर लगाने का निर्देश दिया है। इसका असर सड़कों पर दिखने लगा है लेकिन इसकी वजह से किसी की रोजी रोटी पर भी बन आई है। खतौली में साक्षी टूरिस्ट ढाबा के स्वामी ने अपने यहां से चार मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया।

By Dilshad Ali Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 20 Jul 2024 02:18 PM (IST)
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खतौली में दिल्ली-देहरादून हाईवे किनारे स्थित साक्षी टूरिस्ट ढ़ाबा। जागरण
जागरण संवाददाता, खतौली। कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन ने होटल, ढ़ाबा संचालकों को बोर्ड पर नाम, मोबाइल नंबर आदि लिखकर लगाने का निर्देश दिया। देशभर में इस घटनाक्रम से राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई। इसी बीच खतौली में साक्षी टूरिस्ट ढाबा के स्वामी ने अपने यहां से चार मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया। उन्हें पांच अगस्त तक काम पर नहीं आने का निर्देश दिया है।

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर अपनी व्यवस्था बदली: ढाबा मालिक

कस्बा क्षेत्र निवासी लोकेश भारती ने दिल्ली-देहरादून हाईवे पर भंगेला-भैंसी के बीच खतौली बाइपास पर साक्षी टूरिस्ट ढाबा खोल रखा है। यहां पर चाय बनाने से लेकर रसोईघर में काम करने के लिए मुस्लिम कारीगर रखे हुए हैं। ढाबे पर व्यवस्था की देखरेख मुंशी नाम का कर्मचारी करता है।

एक सप्ताह पूर्व लोकेश ने प्रबंधक शफक्कत और वहां काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारी मुंशी, वकार और नौशाद को पांच अगस्त तक काम पर नहीं आने का फरमान सुनाया है। ढाबा मालिक लोकेश भारती ने कहा कि कांवड़ यात्रा के मद्देनजर अपनी व्यवस्था बदली है।

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