Move to Jagran APP

हिमांशी हत्याकांड: ममेरे भाई ने मारी थी दो गोली, मामा ने किया था खून साफ; पुलिस ने किया खुलासा

मुजफ्फरनगर में हिमांशी हत्याकांड का राजफाश हो गया है। पुलिस ने पाया कि हिमांशी के मामा भरतवीर और उसके दो बेटों ने शादी के विरोध और संपत्ति के विवाद में मिलकर हिमांशी की हत्या की थी। पुलिस ने मामा और गोली मारने वाले छोटे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बड़ा बेटा अभी फरार है। आरोपी मामा गांव का पूर्व प्रधान है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 11 Nov 2024 02:49 AM (IST)
Hero Image
मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन में पकड़े गये आरोपियों के बारे में जानकारी देते एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। पुलिस ने हिमांशी हत्याकांड का राजफाश कर दिया है। हत्या शादी का विरोध और संपत्ति के विवाद में मामा ने अपने दो बेटों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने मामा और गोली मारने वाले उसके छोटे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बड़ा बेटा अभी फरार है। आरोपी मामा गांव का पूर्व प्रधान है।

यह है पूरा मामला

पुलिस लाइन में रविवार को एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया, आठ नवंबर को खतौली थानाक्षेत्र के रसूलपुर कैलोरा गांव में ननिहाल में रह रही 27 वर्षीय हिमांशी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

हत्या का मुकदमा हिमांशी की पति विनीत पुत्र बलराज निवासी सदरपुर गांव जिला मेरठ ने हिमांशी के मामा भरतवीर, उसके दो बेटे अंकुश व मुकुल के खिलाफ दर्ज कराया था, जिसमें विनीत ने आरोप लगाया था कि रुपयों के विवाद में हिमांशी की हत्या की है। 

आरोपियों को पकड़ने के लिए खतौली थाना प्रभारी बृजेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी, जिसकी मॉनिटरिंग सीओ खतौली राम आशीष यादव कर रहे थे। 

उन्होंने बताया, एक सूचना के आधार पर खतौली थाना प्रभारी ने शनिवार देर शाम भरतवीर और उसके छोटे बेटे मुकुल को खेड़ी कुरेश गांव के बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। 

दोनों से पूछताछ के बाद एसपी सिटी ने बताया, भरतवीर की बहन कविता की शादी अनिल चौधरी निवासी मोहम्मदपुर गांव थाना बहसूमा जिला मेरठ से हुई थी। दस साल पहले बहनोई की मृत्यु हो गई थी और दो साल से कविता बेटी हिमांशी के साथ उनके पास रह रही थी। 

एक महीने पहले हिमांशी ने तलाकशुदा विनीत निवासी सदरपुर गांव थाना बहसूमा जिला मेरठ से कोर्ट मैरिज कर ली थी और 12 नवंबर को दोनों की शादी होनी थी, लेकिन मामा और उसके दोनों बेटे शादी का विरोध कर रहे थे।

स्कूटी से गाजियाबाद जाने वाली थी हिमांशी

एसपी सिटी ने बताया, आठ नवंबर की सुबह हिमांशी शादी करने के लिए स्कूटी से गाजियाबाद जाने की तैयारी कर रही थी। मामा ने विरोध किया लेकिन वह नहीं मानी। आवेश में आकर भरतवीर और उसके बड़े बेटे अंकुश ने मुकुल से हिमांशी को गोली मारने के लिए कहा और मुकुल ने घर की अलमारी में रखे 315 बोरे के तमंचे से हिमांशी को गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए भरतवीर और उसके बड़े बेटे ने घर में फैले हिमांशी के खून का साफ कर दिया था। 

एसपी सिटी ने बताया, शादी के साथ-साथ आरोपियों ने संपत्ति के विवाद में भी हिमांशी की हत्या की है, क्योंकि हिमांशी की मां कविता ने नाम 30 बीघा जमीन में से 22 बीघा जमीन मामा बेच चुके हैं, जिसके रुपयों को लेकर भी सात नवंबर को हिमांशी का विवाद मामा व उनके बेटों से हुआ था। 

इसके अलावा, खतौली में कविता के बन रहे मकान भी रुपयों को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस ने आरोपियों से घटना में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा बरामद कर स्विफ्ट कार को कब्जे में ले ली है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।