UP Cop Last Rites: बलिदानी सचिन राठी को नम आंखाें से दी विदाई, केंद्रीय राज्यमंत्री और पूर्व विधायक ने दिया कंधा, तस्वीरें
UP Cop Sachin Rathi Last Rites कन्नौज में हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने के बाद उसके बेटे ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी। बाद में पिता पुत्र ने मिलकर पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। सिपाही सचिन राठी गोली लगने से घायल हुए थे। जांघ में लगी गोली के बाद गंभीर हालत में कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी मृत्यु हो गई थी।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। कन्नौज जिले में हिस्ट्रीशीटर और उसके परिवार से मुठभेड़ के दौरान बलिदान हुए सिपाही सचिन राठी का शव बुधवार सुबह में गांव शाह डब्बर पहुंचा। यहां केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, पूर्व विधायक उमेश मलिक, एसएसपी संजीव सुमन समेत अनेक लोगों ने बलिदानी सचिन राठी को अंतिम विदाई दी। पुलिसकर्मियों ने सलामी गारद दी।
बड़े भाई जतिन ने मुखाग्नि दी
हिस्ट्रीशीटर ने की फायरिंग
बता दें कि कन्नौज के विशुनगढ़ के धरनी धरपुर नगरिया गांव में हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव के घर पुलिस हत्या के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट लेकर गई थी।
हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के बाद उसके बेटे ने पुलिस टीम पर हमला बोल, पिता को छुड़ा लिया था। बाद में पिता पुत्र ने मिलकर पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें जांघ में गोली लगने से सिपाही सचिन राठी निवासी शाहडब्बर घायल हो गए थे। उन्हें गंभीर हालत में कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात ही डाक्टरों ने सचिन का आपरेशन किया था। देर रात इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
2019 में भर्ती हुए थे सचिन
सचिन राठी वर्ष 2019 में यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। सचिन राठी का रिश्ता उनके साथ यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात कोमल निवासी बसेड़ा से तय हुआ था। सगाई हो चुकी थी तथा आगामी पांच फरवरी को शादी होनी तय हुई थी।
सचिन के परिवार में उसके पिता वेदपाल राठी, माता गीता, बड़ा भाई जतिन राठी और छोटी बहन हैं। बुधवार की सुबह लगभग सात बजे सचिन राठी का पार्थिव शरीर गांव शाहडब्बर पहुंचा।
परिवार को दी सांत्वना
इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, एसएसपी संजीव सुमन, पूर्व विधायक उमेश मलिक, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख बिजेंद्र राठी समेत तमाम गणमान्य लोग गांव में पहुंचे। पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया गया। इसके पश्चात अंतिम यात्रा आरंभ हुई।
केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, पूर्व विधायक उमेश मलिक और एसएसपी संजीव सुमन ने भी अर्थी को कंधा दिया। गांव के ही श्मशान घाट पर बलिदानी सचिन राठी का अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई जतिन राठी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गईं।