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Muzaffarnagar School Case: गरमाई सूबे की सियासत, ओवैसी ने बच्चे से की बात, जयंत चौधरी बोले, पढ़ाई रखें जारी

Muzaffarnagar School Case एक स्कूल में बच्चे पर थप्पड़ बरसाने के मामले में यूपी की सियासत गरम हो रही है। पीड़ित बच्चे को हौसला देने के लिए राजनेता आगे आ रहे हैं। रालोद प्रमुख जयन्त चौधरी ने पिता से बच्चे की पढ़ाई जारी रखने की बात कही है तो सांसद असदुद्दीन ओवैसी और राज्य सभा सदस्य इमरान प्रताप गढ़ी ने स्वजन से बात की।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 26 Aug 2023 12:14 PM (IST)
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मुजफ्फरनगर स्कूल में थप्‍पड़ कांड पर गरमाई सियासत, ओवैसी ने बच्चे से की बात, जयंत चौधरी बोले, पढ़ाई रखें जारी
संवाद सूत्र, मंसूरपुर−मुजफ्फरनगर। Muzaffarnagar School Case नेहा पब्लिक स्कूल में छात्र की पिटाई प्रकरण को लेकर राजनीतिक गलियारे में होड़ मची हुई है। मीरापुर से रालोद विधायक चंदन चौहान ने खुब्बापुर गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने जयन्त चौधरी से पीड़ित बच्चों के पिता की बात कराई। इनके अलावा सांसद असदुद्दीन ओवैसी राज्यसभा सदस्य व शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी छात्र के पिता से फोन पर वार्ता की है। सभी राजनीतिक लोगों ने उन्हें न्याय दिलाने में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का भरोसा दिया।

मीरापुर विधायक ने ली जानकारी

मीरापुर से विधायक चंदन चौहान ने गांव पहुंचकर पीड़ित बच्चे से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उसके पिता को भी न्याय दिलाने का आश्वासन दिया विधायक ने कहा कि इस प्रकरण में रालोद आपके साथ खड़ी है। पीढ़ी छात्र के पिता इरशाद ने बताया कि जयन्त चौधरी ने उन्हें फोन पर हौसला दिया। साथ ही कहा कि पूरे मामले में उन्हें न्याय दिलाया जाएगा। वह बच्चे की पढ़ाई को प्रभावित नहीं होने देंगे। उन्होंने बच्चों को आगे कहीं किसी स्कूल में पढ़ना का भरोसा दिया। इसी तरह से असदुद्दीन ओवैसी व इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इंसान से फोन पर वार्ता कर उनका हौसला बढ़ाया है।

शिक्षिका बोली गलत तथ्यों के साथ प्रसारित की वीडियो

खुब्बापुर की शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा, कि मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग है बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है, कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था।

उन्होंने कहा था, कि मुस्लिम समाज की महिलाएं अपने बच्चों को लेकर मामा नाना के घर चली जाती हैं। जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। आगामी समय परीक्षा का है ऐसे में बच्चे पढ़ाई से दूर रहे तो परीक्षा नहीं दे पाएंगे। वीडियो प्रसारित करने वाले ने मुस्लिम समाज को उकसाने के लिए इससे छेड़छाड़ कर प्रसारित की है। 

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