मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या तृप्ता त्यागी द्वारा छात्र को दूसरे छात्रों से थप्पड़ मरवाने का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह राष्ट्रीय मुद्दा बन गया था जिसके बाद बीएसए सहित बेसिक शिक्षा विभाग को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के निर्देश पर काम करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर के गांव खुब्बापुर में हुए थप्पड़ प्रकरण की शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। बीएसए शुभम शुक्ला अपने अधिवक्ता के साथ कोर्ट में पहुंचे। उन्होंने छात्र से संबंधित वर्तमान जानकारी शपथ-पत्र के साथ जमा की। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 9 फरवरी निर्धारित की है।
जनपद के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या तृप्ता त्यागी द्वारा छात्र को दूसरे छात्रों से थप्पड़ मरवाने का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह राष्ट्रीय मुद्दा बन गया था, जिसके बाद बीएसए सहित बेसिक शिक्षा विभाग को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के निर्देश पर काम करना पड़ा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर काफी जद्दोजहद के बाद बीएसए शुभम शुक्ला सहित निदेशक तक ने जनपद में पहुंचकर पीड़ित छात्र का एडमिशन शहर के शारदेन स्कूल में कक्षा दो में कराया। इस मामले के संबंध में ही शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए तिथि थी, जिसमें बीएसए शुभम शुक्ला को तलब किया गया था। बीएसए पूर्ण जानकारी के साथ कोर्ट में पहुंचे। उनके अधिवक्ता ने काउंटर लगाकर पीड़ित छात्र से संबंधित सभी जानकारी दी।
कोर्ट ने जमा किए गए दस्तावेजों का गहनता से अवलोकण के बाद अगली सुनवाई के लिए अगली तिथि निर्धारित कर दी।
शपथ-पत्र के साथ जमा कराई छात्र की जानकारी
बीएसए शुभम शुक्ला ने बताया, शुक्रवार को वह सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे। पूर्ण जानकारी शपथ-पत्र के साथ जमा कराई। उन्होंने बताया कि पीडि़त छात्र कक्षा दो में पढ़ाई कर रहा है। नए विद्यालय में दिसंबर तक वह नियमित पढ़ने पहुंच रहा है। जनवरी से अवकाश के चलते वह घर पर है। लगातार विद्यालय प्रबंधन से भी जानकारी ली जा रही है। मामले की अगली तिथि 9 फरवरी निर्धारित हुई है।
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