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कश्मीर में आतंकी हमले में मुजफ्फरनगर का जवान बलिदान, आज घर लाया जाएगा पार्थिव शरीर

जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शाहजुड़डी गांव का लाल विवेक देशवाल बलिदान हो गया। शनिवार देर रात सेना के अधिकारियों ने उनके स्वजन को सूचना दी तो घर मे कोहराम मच गया। स्वजन के अनुसार उनका पार्थिव शरीर रविवार शाम को गांव पहुंचेगा। विवेक देशवाल पुत्र सन्तरपाल देशवाल सेना में जवान थे। बलिदानी जवान के घर पर सूचना दी तो कोहराम मच गया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 03 Nov 2024 04:00 AM (IST)
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कश्मीर में आतंकी हमले में मुजफ्फरनगर का जवान बलिदान
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शाहजुड़डी गांव का लाल विवेक देशवाल बलिदान हो गया। शनिवार देर रात सेना के अधिकारियों ने उनके स्वजन को सूचना दी तो घर मे कोहराम मच गया।

स्वजन के अनुसार, उनका पार्थिव शरीर रविवार शाम को गांव पहुंचेगा। विवेक देशवाल पुत्र सन्तरपाल देशवाल सेना में जवान थे। 2015 में सेना में भर्ती होने के बाद पिछले तीन वर्षों से जम्मू कश्मीर में इंडियन आर्मी 28एएडी में लांस नायक थे। 30 वर्षीय जवान विवेक देशवाल की तैनाती श्रीनगर में थी। शनिवार देर रात को आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में बलिदान हो गए।

बलिदानी जवान के घर पर सूचना दी तो कोहराम मच गया

आर्मी की ओर से अधिकारियों ने फोन कर बलिदानी जवान के घर पर सूचना दी तो कोहराम मच गया। स्वजन को आर्मी अधिकारियों ने बताया कि विवेक देशवाल के सिर में छह गोलियां लगी हैं। पिता संतरपाल देशवाल के अनुसार, सेना के साथ मुठभेड़ थी या आतंकी हमला हुआ इसकी सही जानकारी नहीं दी गई। बलिदानी के चाचा नरेंद्र देशवाल ने बताया कि रविवार शाम चार बजे उनका पार्थिव शरीर दिल्ली एयरपोर्ट पहुचने के बाद गांव शाहजुड़डी लाया जाएगा।

तैनाती स्थल से घर पर वीडियो कॉल कर अपने परिवार के साथ दीपावली पूजन कराने के साथ शनिवार दोपहर को भी अपने पिता से गोवर्धन पूजा के समय की जानकारी लेकर रात में गोवर्धन पूजा के समय वीडियो काल करने को कहा था। परिवार के लोगों ने शाम के समय उनके फोन के आने का इन्तजार कर पूजन कर लिया। रात लगभग 10 बजे सेना की ओर से आए फोन काल ने पूरे परिवार में कोहराम मचा दिया।

पत्नी व पिता का रो रोकर बुरा हाल

बलिदानी विवेक देशवाल की मां का बीमारी के चलते इसी वर्ष अप्रैल में निधन हुआ था। मां की बीमारी के समय दिल्ली में अस्थायी तैनाती के बाद विवेक को पुन: श्रीनगर भेज दिया गया था। घर पर पिता, पत्नी व एक पांच वर्षीय पुत्र व साढ़े तीन वर्षीय पुत्री है। विवेक देशवाल के बलिदान होने की सूचना पर परिवार सहित पूरे गांव में शोक छा गया। पत्नी व पिता का रो रोकर बुरा हाल है। मेरठ यूनिट के अधिकारियों ने स्वजन से सम्पर्क कर उन्हें सांत्वना दी।

आतंकी हमलों के पीछे उमर सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र

कश्मीर घाटी में हाल के दिनों में आतंकी हमलों में आई तेजी के पीछे नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र नजर आ रहा है। फारूक ने शनिवार को कहा कि इन हमलों की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच होनी चाहिए और आतंकियों को मारने के बजाय उन्हें पकड़कर उनसे पूछताछ की जानी चाहिए कि उनके पीछे कौन है। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने फारूक के बयान को बेहद 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और कहा कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं और भारतीय बलों पर आरोप लगा रहे हैं।

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