पीर खुशहाल चिल्लागाह की इमारत के 50 कमरों को ढहाया
भोपा थानाक्षेत्र के बिहारगढ़ गांव में वन विभाग की 100 बीघा जमीन पर बने पीर खुशहाल के चिल्लागाह (इबादत का स्थान) को तोड़ने का कार्य पांचवें दिन भी जारी रहा। जेसीबी से आवासीय इमारतों के हिस्से को तोड़ दिया गया।
By JagranEdited By: Updated: Wed, 18 Nov 2020 09:43 PM (IST)
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भोपा थानाक्षेत्र के बिहारगढ़ गांव में वन विभाग की 100 बीघा जमीन पर बने पीर खुशहाल के चिल्लागाह (इबादत का स्थान) को तोड़ने का कार्य पांचवें दिन भी जारी रहा। जेसीबी से आवासीय इमारतों के हिस्से को तोड़ दिया गया।
एसडीएम जानसठ अजय अंबस्ट, सीओ भोपा सोमेंद्र नेगी, वन क्षेत्राधिकारी सिगराज सिंह पुंडीर, थानाध्यक्ष सूबे सिंह यादव, राजस्व निरीक्षक ऋषिपाल सिंह बुधवार सुबह भोपा, ककरौली, जानसठ और मीरापुर थाने की पुलिस फोर्स और पीएसी के साथ चार जेसीबी लेकर बिहारगढ़ गांव स्थित चिल्लागाह में पहुंचे। खुशहालिया भवन की आवासीय इमारतों को तोड़ा गया। पांच दिन में अब तक मेहमान आवासीय क्षेत्र के 30 समेत सेवकों व रसोई तथा शौचालय समेत 50 कमरों को तोड़ा जा चुका है। खाली होने लगी इमारत चिल्लागाह के सज्जादानशीं सूफी जव्वाद अहमद व ख्वाजा चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष पीर खुशहाल की बेगम नाजिया आफरीदी ने आवासीय महल को भी खाली करना शुरू कर दिया है। उन्होंने मिनी ट्रक में सामान भरकर बाहर भिजवाया।
बनी रहेगी मस्जिद व मजार जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चिल्लागाह की भूमि की लीज अवधि न बढ़ने के बाद शासन-प्रशासन के आदेश पर बीते 11 नवंबर को बुलडोजर से भवन तोड़ने का काम शुरू हुआ था। वन क्षेत्राधिकारी सिगराज सिंह पुंडीर ने बताया कि चिल्लागाह के सज्जादानशीं सूफी जव्वाद अहमद व ख्वाजा चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष नाजिया आफरीदी ने आवासीय महल को भी खाली करना शुरू कर दिया है। परिसर में बनी खुशहाली मस्जिद व पीर बाबा की मजार पर अभी यथास्थिति बनी रहेगी। धार्मिक स्थल को छोड़कर अन्य निर्माण कार्य ध्वस्त किया जाएगा।
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