Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

UPSRTC की बसें अब रेलगाड़ी की तरह चलेंगी: ई-टिकटिंग मशीन से मिलेगी बसों की लाइव लोकेशन

इलेक्ट्रिक टिकट इश्यूइंग मशीन (ई-टीआइएम) में समय शेड्यूल और स्टापेज के प्वाइंट को फीड किया जा रहा है। इससे यात्री मोबाइल एप के जरिए बसों का स्टापेज और आने-जाने का समय जान सकेंगे। समय के आधार पर बसों को बस अड्डे से प्रस्थान करना होगा। इस व्यवस्था से परिवहन निगम की बसों की आय भी बढ़ेगी और यात्रियों को बसों के समय की जानकारी भी मिलेगी।

By Dilshad Ali Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 25 Sep 2024 02:52 PM (IST)
Hero Image
यात्री मोबाइल एप के जरिए बसों का स्टापेज और आने-जाने का समय जान सकेंगे।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) अपनी बसों को रेलवे व्यवस्था की तरह संचालित करेगा। इसके लिए समय शेड्यूल और स्टापेज के प्वाइंट को इलेक्ट्रिक टिकट इश्यूइंग मशीन (ई-टीआइएम) में फीड कराया जा रहा है।

इसके माध्यम से सड़क पर दौड़ने वाली बस का स्टापेज और उसके थमने का समय मोबाइल एप के माध्यम से दिख सकेगा। वहीं, समय के आधार पर हर हाल में बस को बस अड्डे को छोड़ना होगा। अभी तक ये सुविधा प्राइवेट बसों पर मिल रही थी। अब सरकारी बस की भी आपके मोबाइल एप पर जानकारी मिलेगी।

रेलगाड़ी की तर्ज पर परिवहन कर रहा संचालन की व्यवस्था

परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने 21 सितंबर से ईटीआइएम को ऑनलाइन शेड्यूल पर जारी करने के निर्देश दिए हैं। इस व्यवस्था से मार्ग पर दौड़ने वाली बस के प्रत्येक स्टेशन पर उसका संभावित आने-जाने का समय डिपो पर लगी एलईडी स्क्रीन पर दिखेगा। वहीं यात्री भी मोबाइल के माध्यम से अपने टिकट की ऑनलाइन बुकिंग के लिए बस का समय और रूट जान सकेगा। इसके लिए रोडवेज विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।

बसों का शेड्यूल और रूट चार्ट बनाने में लगे अधिकारी

डिपो अधिकारी प्रत्येक बस का शेड़्यूल और रूट चार्ट बनाने में लगे हैं। जिसका आवागमन मशीन में दर्ज किया जा सके। समयबद्धता नहीं होने पर चालक-परिचालक पर कार्रवाई होगी। एआरएम प्रभात सिन्हा ने बताया कि योजना का उद्देश्य परिवहन निगम की बसों की आय भी बढ़ाना है। साथ ही यात्रियों को बसों के समय की उपलब्धता का पता लग सकेगा।

बसों की लाइव लोकेशन देख सकेंगे

वर्तमान में व्यवस्था के अनुरूप फीडिंग का कार्य चल रहा है। इसके बाद विभाग की ओर से मोबाइल एप जारी होगा। जिसके माध्यम से बसों का लाइव लोकेशन देख सकेंगे। साथ ही उसके आने और जाने में कितना समय है, यह भी देखा जा सकेगा।