यूपी वेस्ट में हार के बाद भाजपा में पड़ी फूट; संजीव बालियान-संगीत सोम की तल्खी बढ़ने से चढ़ेगा सियासी पारा
Muzaffarnagar Political News In Hindi लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा प्रत्याशी डा. संजीव बालियान ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंन कहा सरधना के पूर्व भाजपा विधायक संगीत सोम ने सपा को लोकसभा चुनाव लड़वाने का कार्य किया। इसके साथ ही कहा लोकसभा चुनाव में जो जयचंद की भूमिका में रहे उन पर पार्टी कार्रवाई करेगी। उन्होंने सपा सांसद हरेंद्र मलिक पर राजनीति में परिवारवाद का आरोप लगाया।
आनंद प्रकाश, मुजफ्फरनगर। भाजपा के पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान और सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच सुलग रही राजनीतिक तल्खी अब मुखर हो गई है। सोमवार को जिस अंदाज में डा. संजीव बालियान ने शब्दों से प्रहार किए, उससे सियासी पारा चढ़ना लाजिमी है। क्योंकि संगीत सोम ने भी मंगलवार को इसका जवाब देने के इरादे से प्रेसवार्ता बुला ली है। इससे भाजपा के दोनों नेताओं के बीच टकराव और बढ़ सकता है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान से ही इन दोनों नेताओं में वाकयुद्ध चल रहा था। इस पर विराम लगाने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हस्तक्षेप करना पड़ा था। क्योंकि संगीत सोम के बयानों की वजह से राजपूत समाज में नाराजगी बढ़ती जा रही थी। इसी वजह से मुख्यमंत्री ने सरधना क्षेत्र में ही जनसभा की थी, लेकिन मंच पर भी इन दोनों नेताओं के बीच दिलों की दूरी और मन भेद झलक रहा था।
पंचायत में संगीत सोम के समर्थकों ने की थी नारेबाजी
पंचायत में संगीत सोम के समर्थकों ने नारेबाजी भी की थी। इसी जनसभा के बाद संगीत सोम का एक बयान भी खूब सुर्खियों में रहा था, जिसमें उन्होंने डा. संजीव बालियान को लेकर कहा था कि उनकी औकात नहीं, मुझसे बात करने की। इसके पश्चात खतौली क्षेत्र के राजपूत बहुल गांव मढ़करीमपुर में डा. संजीव बालियान के काफिले पर पथराव भी हुआ था। तब चूंकि चुनाव चल रहा था, जिस कारण डा. संजीव बालियान ने इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की थी।सोमवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने अपने तेवर साफ कर दिए। यहां तक कहा कि सरधना में शिखंडी ने सपा को चुनाव लड़वाया। इस प्रेसवार्ता के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए, तो यह बात भी सामने आई कि अब पूर्व विधायक संगीत सोम ने मंगलवार को मेरठ में प्रेसवार्ता बुलाई है। इससे लग रहा है कि दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग और तेज हो जाएगी।
दो साल से छिड़ी है राजनीतिक अदावत
वर्ष 2022 में विधानसभा के चुनाव हुए। उस चुनाव में सरधना सीट से संगीत सोम भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े, जबकि सपा के टिकट पर अतुल प्रधान मैदान में थे। चूंकि उस चुनाव में रालोद और सपा का गठबंधन था, इस लिहाज से रालोद के परंपरागत वोट जाटों ने अतुल प्रधान के ही पक्ष में मतदान किया था।ये भी पढ़ेंः Taj Mahal: 'बंद कर दो ताजमहल जब इंतजाम नहीं', कुत्ते के काटने पर नहीं मिली एंटी रेबीज वैक्सीन तो गुस्साए टूरिस्ट
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परिणाम स्वरूप अतुल प्रधान जीत गए थे। यहां भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम को लगा कि डा. संजीव बालियान इसी क्षेत्र से सांसद हैं और जाट बिरादरी से हैं, लेकिन उन्होंने जाटों के वोट नहीं दिलाए और चुनाव हरा दिया। यहां से दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक अदावत शुरू हो गई। बाद में एमएलसी चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव में यह बढ़ती गई। अब देखना यह है कि भाजपा के दोनों नेताओं की बीच छिड़ा वाकयुद्ध कहां तक जाता है।
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