खतौली में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था में पात्रता का मुखौटा लगाकर गरीबों के निवाले पर डाका डाला जा रहा है। प्रारंभिक छानबीन में साफ हुआ है कि अपात्र लोग राशन डकार रहे हैं जबकि पात्र लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। लक्ष्य से अधिक बने कार्डों पर जांच बैठाई गई है। इसके लिए ग्राम विकास अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही जांच पूर्ण होने तक नए राशन कार्ड जारी करने पर रोक लगाई गई है।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Aug 2021 12:25 AM (IST)
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था में पात्रता का मुखौटा लगाकर गरीबों के निवाले पर डाका डाला जा रहा है। प्रारंभिक छानबीन में साफ हुआ है कि अपात्र लोग राशन डकार रहे हैं, जबकि पात्र लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। लक्ष्य से अधिक बने कार्डों पर जांच बैठाई गई है। इसके लिए ग्राम विकास अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही जांच पूर्ण होने तक नए राशन कार्ड जारी करने पर रोक लगाई गई है।
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विभागीय मिलीभगत से बनी अधिक यूनिट राशन कार्ड बनाने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद जांच-पड़ताल होती है। जिसमें हल्का लेखपाल, ग्राम सचिव के साथ आपूर्ति विभाग भी छानबीन कराता है। ऐसे में सवाल है कि लक्ष्य से अधिक राशन कार्ड किस आधार पर बनाए गए हैं। इस खेल में राशन डीलर से लेकर विभागीय कर्मियों की मिलीभगत है। खतौली ब्लाक के 84 गांवों में शासनादेश के मुताबिक 79.56 प्रतिशत के अनुसार 227240 यूनिट ही संचालित रह सकती है, जबकि यहां पर 228262 यूनिट चल रही है। हर माह 1022 यूनिट को खाद्यान्न अतिरिक्त दिया जा रहा है। अब इसकी जांच पड़ताल आरंभ की गई है कि यह अपात्र लोग कब से खाद्यान्न हासिल कर रहे हैं।
-- पात्रों के चक्कर काटने पर हुई समीक्षा पूर्ति विभाग और अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद यह भेद खुला है। 12 जुलाई को जनपदीय स्तर पर समीक्षा की गई। जिसमें खतौली में पूर्ति विभाग में लक्ष्य से अधिक यूनिट पाई गई है। एसडीएम इंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष अधिक यूनिट संचालित है। जिनमें पात्र और अपात्र लोगों की जांच के लिए पूर्ति निरीक्षक, खंड विकास अधिकारी को आदेश दिया गया है।
----- यह होगी जांच-पड़ताल ग्राम विकास अधिकारी विजय शेखर व दीपक धुव्र ने बताया कि नौकरीपेशा, चौपहिया वाहन, छह बीघा से अधिक भूमि, शस्त्र लाइसेंस और घर में एसी लगी मिलती है तो उस कार्ड धारक को अपात्र ठहराया जाएगा। इसकी जांच प्रारंभ की गई है।
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