क्षेत्र के गांव शाहजुडडी निवासी 30 वर्षीय लांस नायक विवेक देशवाल जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में गत शनिवार को शाम पैट्रोलिंग के दौरान आतंकी हमले में बलिदान हो गए थे। रविवार देर शाम उनका पार्थिव शरीर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गया था। जिसे सोमवार को उनके पैतृक गांव शाहजुड्डी लाया गया।
दिल्ली से मेरठ होते हुए सेना के वाहनों से लाए जा रहे बलिदानी के पार्थिव शरीर का सैकड़ों जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया। जैसे ही पार्थिव शरीर बुढाना से निकला तो हजारों लोग सड़क पर आ गए।
भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा विवेक तेरा नाम रहेगा, हिंदुस्तान जिंदाबाद आदि नारे लगाती भीड़ के साथ सेना का काफिला गांव शाहडब्बर के बाद उमरपुर पुलिस चौकी से होते हुए शाहपुर थाना क्षेत्र की सीमा में आने पर सोरम गेट, डीएवी इंटर कॉलेज, स्काईलैंड स्कूल, धर्मपाल हॉस्पिटल, अरविंद बालियान, डा. लोकेंद्र बालियान, सोरम मोड़ के बाद गांव सोरम में भारी भीड़ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बलिदानी के अंतिम दर्शन को जुटी भीड़
सोरम से गोयला के रास्ते पार्थिव शरीर को गांव शाहजुडडी में बलिदानी के आवास पर पहुंचा तो कोहराम मच गया। महिला पुरुषों की भारी भीड़ बलिदानी के अंतिम दर्शन को जुट गई। घर से लगभग एक घंटे बाद बलिदानी की अंतिम यात्रा शुरू हुई। बलिदानी के खेत पर ले जाकर श्रीनगर व मेरठ से आए सेना के अधिकारियों व जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
सैनिक कल्याण बोर्ड से पहुंचे पूर्व सैनिकों के साथ पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, सपा सांसद हरेंद्र मलिक, कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व विधायक उमेश मलिक, भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, भाकियू अराजनीतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक, भाजपा नेता नितिन मलिक, यशवीर महाराज, शाहपुर चेयरमैन अकरम कुरैशी, एसडीएम बुढाना राजकुमार, सीओ गजेंद्र पाल सिंह, थाना प्रभारी सुनील कसाना ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मासूम बच्चों ने किया पिता को अंतिम सैल्यूट
गांव शाहजुड्डी में जब लांस नायक विवेक देशवाल को अंतिम विदाई दी जा रही थी, तो उनके पिता सन्तरपाल की आंखों से अश्रुधारा फूट पड़ी। वहीं परिवार के सदस्यों की गोद में विवेक के पांच वर्षीय पुत्र रुद्र और तीन वर्षीय पुत्री शान्वी उर्फ मिठी को भी जब पिता के अंतिम दर्शन कराए गए, तो वह सैल्यूट करने लगी। मासूम बच्चों को यह पता नहीं था कि अब पिता को कभी देख नहीं पाएंगी। इस दृश्य को देख सभी की आंखें नम हो गईं।
बलिदानी के नाम से बने कॉलेज व लाइब्रेरी : राकेश टिकैत
गांव शाहजुडडी में बलिदानी के आवास पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि विवेक देशवाल का बलिदान परिवार के लिए बहुत बड़ा दुख है। देश के लिए बलिदान होना गर्व की बात है। सरकार, स्थानीय सांसद व विधायक को चाहिए कि बलिदानी के नाम पर कॉलेज व लाइब्रेरी स्थापित किया जाए, जिससे विवेक देशवाल को हमेशा याद रखा जाए।
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इस्लामिक आतंकवाद को विश्व स्तर पर समाप्त किया जाना चाहिए : यशवीर महाराज
बघरा स्थित आश्रम के महंत यशवीर महाराज ने कहा कि परिवार का इकलौता लाल इस्लामिक आतंकवाद के कारण बलिदान हुआ है। इस्लामिक आतंकवाद को विश्व स्तर पर एकजुट होकर समाप्त किए जाने की जरूरत है। देश के लिए ही नहीं विश्व के लिए इस्लामिक आतंकवाद बहुत बड़ा नासूर है।
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परिवार के लिए दुखद घड़ी: संजीव बालियान
लांस नायक के अंतिम यात्रा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि इकलौते पुत्र विवेक का बलिदान होना परिवार के लिए बहुत दुखद है। लेकिन देश के लिए बलिदान होना गौरवान्वित करता है। दुख की घड़ी में सरकार उनके परिवार के साथ है। सरकार विवेक के बलिदान का जल्द बदला लेगी।