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ग्रेटर नोएडा की सोसायटी में दूषित पानी पीने से 339 लोग बीमार, छह अस्पताल में भर्ती

ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक इकोविलेज-2 सोसायटी में दूषित पानी पीने से 339 लोग बीमार हो गए। इनमें दो दर्जन से ज्यादा बच्चे शामिल हैं। इनमें से 6 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सोसायटी में कैंप लगाकर लोगों की जांच की और बेसमेंट में जमा पानी में लार्वा पनपते पाए जाने पर बिल्डर प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

By Pravendra Singh Sikarwar Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 04 Sep 2024 08:18 AM (IST)
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सोसायटी में लगे स्वास्थ्य शिविर में जांच करती स्वास्थ्य विभाग की टीम। सौ. जागरण
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा।  ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक इकोविलेज-टू सोसायटी में दूषित पानी से कई लोगों के बीमार होने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर जांच की। कैंप में 339 लोगों की जांच हुई। जिसमें नौ लोग बुखार से पीड़ित और 330 लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त बीमार मिले।

बिल्डर प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना

छह लोगाें का अस्पताल में उपचार चल रहा है। सोसायटी के बेसमेंट में जमा पानी में लार्वा पनपते मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिल्डर प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया है। सोसायटी में आपूर्ति किए जा रहे पानी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है।

सोमवार की देर शाम सोसायटी के चार टावरों में एक-एक कर 50 से अधिक लोग बीमार होने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग तुरंत हरकत में आया और क्लब हाउस में जाकर स्वास्थ्य कैंप लगाया। निजी अस्पतालों ने भी सोसायटी में कैंप लगाकर लोगों की जांच की।

सोसायटी में लगाया गया कैंप 

बता दें कि शनिवार को सुपरटेक इकोविलेज-टू सोसायटी में टैंकों की सफाई हुई। सोमवार की देर शाम सोसायटी में एक-एक कर 50 से अधिक लोग बीमार हो गए। बीमारों में अधिकांश बच्चे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात सोसायटी में पहुंची। बीमारों का लक्षण के आधार पर उपचार किया गया।

मंगलवार को सोसायटी में कैंप लगाया गया। जांच के दौरान 339 लोग बीमार मिले। कैंप के दौरान ही मलेरिया विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची। मलेरिया विभाग की टीम को बेसमेंट में पानी जमा मिला जिसमें लार्वा पनपता मिला।

मलेरिया विभाग ने प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोसायटी के फ्लैटों में आपूर्ति किए जा रहे पानी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है। छह लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं। सभी की स्थिति सामान्य है।

प्राधिकरण की टीम भी मौके पर पहुंची

सोसायटी में प्राधिकरण की ओर से आपूर्ति किए जा रहे पानी की जांच के लिए प्राधिकरण की टीम भी पहुंची। पानी की गुणवत्ता की जांच की गई। प्राधिकरण की ओर से आपूर्ति किए जा रहे पानी में किसी तरह की खराबी नहीं मिली। प्रबंधन की ओर से टैंकों से आपूर्ति किए जा रहे पानी के नमूने भी जांच को लिए गए हैं।

सोसायटी में पानी की गुणवत्ता की जांच शायद ही कभी की जाती हो। हाई टीडीएस पानी मिलने की शिकायत हम आए दिन करते हैं ऐसी शिकायतों का संज्ञान ही नहीं लिया जाता है।  - नीलेश सिंह

सोसायटी के बेसमेंट में पानी जमा रहता है। पानी के निकास का कोई इंतजाम नहीं हैं। सालभर पहले भी सोसायटी के अलग-अलग टावरों में कई लोग बीमार हुए थे इस बार भी वैसा ही हुआ।- राजकुमार

टैंक की सफाई के बाद सप्लाई हुए पानी से अधिकांश लोग बीमार हुए। सफाई में उपयोग किए गए कैमिकल की ठीक से सफाई न होने से भी लोग बीमार हो सकते हैं। इस पहलू पर भी जांच करनी चाहिए।- हर्ष ठाकुर

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