नोएडा में बस यात्रियों की जिंदगी दांव पर, बिना फिटनेस और परमिट के दौड़ रहीं 539 सवारी बसें
नोएडा जिले में परिवहन के नियमों को लेकर विभाग कार्रवाई के बजाय खानापूर्ति कर रहा है। जिले में बिना फिटनेस और परमिट के 539 सवारी बसें दौड़ रही हैं। इसको देखते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने 15 अगस्त तक मानकों का उल्लंघन कर रही बसों को सड़क से हटाने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। जिले में पंजीकृत 4735 सवारी बसों में से 539 ऐसी हैं, जो परमिट, फिटनेस व बीमा के बिना चल रही है। विभाग की तरफ से नोटिस जारी खानापूर्ति कर दी जाती है। साथ ही प्रवर्तन विभाग के दावे भी कटघरे में है।
विभागीय अधिकारी कागजों में नियमित निरीक्षण और चालान करने का दावा करते रहते हैं और सड़क पर खुलेआम बिना मानकों को पूरा किए वाहन दौड़ते रहते हैं। इसका नुकसान आम लोगों को उठाना पड़ता है।
रोजाना हजारों लोग करते हैं सफर
इन बसों में प्रतिदिन हजारों लोग यात्रा करते हैं। इनकी जिंदगी हर समय दांव पर लगी रहती है। फिटनेस और परमिट मानकों का उल्लंघन दुर्घटना होने का बड़ा कारण बनता है। ऐसे में प्रदेश में बीते दिनों ही बस हादसों ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के दावों की पोल खोल दी है।नियमों का हो रहा उल्लंघन
परिवहन विभाग तीन से ज्यादा बार परमिट नियमों का उल्लंघन का परमिट निलंबित करेगा। कुछ वाहनों चालकों की तरफ से लगातार चालान की कार्रवाई के बाद भी परमिट नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा ओवर लोड का उल्लंघन है। ऐसे लोगों पर लगाम अब विभाग परमिट निलंबित करेगा। कार्रवाई को लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने निर्देशित किया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।विभाग की तरफ से ऐसे वाहन स्वामियों को लगातार नोटिस जा रहे हैं। साथ ही सड़क पर चलती मिलने पर प्रवर्तन टीम कार्रवाई भी करती है। ऐसे वाहनों को सीज किया जा रहा है। 15 अगस्त तक मानक पूरा नहीं करने पर इनको स्क्रैप करा दिया जाएगा।
- सियाराम वर्मा, एआरटीओ प्रशासन