Noida Twin Tower Demolition: टावर ध्वस्तीकरण के बाद पांच गुना कम हुआ वायु प्रदूषण, जानें किस स्तर पर पहुंचा AQI
Noida Twin Tower Demolition सोमवार दोपहर दो बजे से रात आठ बजे पीएम-2.5 का स्तर 137 दर्ज हुआ। वर्षा के बाद एक्यूआइ में पांच गुना सुधार हुआ है। पीएम-2.5 का स्तर 60 माइक्रो ग्राम क्यूलबिक मीटर होना चाहिए। स्तर बढ़ने से रोगों की संभावना ज्यादा होती है।
By Abhishek TiwariEdited By: Updated: Wed, 31 Aug 2022 10:43 AM (IST)
नोएडा, जागरण संवाददाता। ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद बढ़ा वायु प्रदूषण 24 घंटे बाद बारिश की वजह से पांच गुना तक कम हुआ है। सोमवार शाम और मंगलवार दोपहर झमाझम वर्षा के बाद वायु प्रदूषण में कमी आई है।
AQI की माप के लिए लगाए गए हैं यंत्र
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि टावर ध्वस्तीकरण से रविवार दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) का पीएम-2.5 का स्तर सेक्टर-93ए पार्श्वनाथ प्रेस्टीज सोसायटी के पास 676 दर्ज हुआ था। यह वायु प्रदूषण की गंभीर श्रेणी है। टावर ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास के क्षेत्र में एक्यूआइ की माप के लिए छह जगह पर यंत्र लगाए गए हैं।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि टावर ध्वस्तीकरण से रविवार दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) का पीएम-2.5 का स्तर सेक्टर-93ए पार्श्वनाथ प्रेस्टीज सोसायटी के पास 676 दर्ज हुआ था। यह वायु प्रदूषण की गंभीर श्रेणी है। टावर ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास के क्षेत्र में एक्यूआइ की माप के लिए छह जगह पर यंत्र लगाए गए हैं।
मास्क पहनने की सलाहनोएडा प्राधिकरण चौराहों पर लगे डिस्पले बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लोगों से अपील कर रहा है कि वह मास्क लगाकर ही घरों से निकलें। धूल कम करने को लगातार एंटी स्माग गन से पानी का छिड़काव हो रहा है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डा.प्रदीप शैलत का कहना है कि पीएम-2.5 अधिक स्तर आंख, नाक, गले, फेफड़े व हृदय के लिए खतरा है। आंखों में जलन, आंखों से पानी आना, सांस लेने में परेशानी, खांसी, त्वचा रोग हो सकता है।
खिड़कियों-दरवाजों पर जमा धूल खत्मटावर ध्वस्तीकरण के बाद सोसायटी की दीवारों, खिड़की, ग्रीन एरिया, बालकनी, दरवाजों के अलावा पार्क, मार्केट, सड़क, पेड़, पौधे,वाहनों पर जमा धूल तेज वर्षा से खत्म हो गई है।उठे धूल के गुबार से सेक्टर-93ए में एमराल्ड कोर्ट, सिल्वर सिटी, पार्श्वनाथ प्रेस्टीज, पार्श्वनाथ सृष्टि, एल्डिको यूटोपिया, एल्डिको ओलंपिया और एसटीएस विलेज सोसायटी के बाहर ग्रीन एरिया में धूल की मोटी परत और कंक्रीट की इमारतों के प्रवेश द्वार पर फैली कंक्रीट और धूल की परत को हटाने के लिए सबमर्सिबल से पानी का छिड़काव किया जा रहा था।
वहीं पेड़-पौधों पर जमा धूल को एंटी स्माग गन से पानी का छिड़काव कर साफ किया जा रहा था, लेकिन सोमवार शाम के बाद मंगलवार दोपहर सुपरटेक एमराल्ड के सामने बनी पार्क में लगे पेड़-पौधों पर जमा धूल वर्षा के बाद साफ हो गई। आसपास का वातावरण हरा-भरा और साफ साफ नजर आ रहा है। न्यूनतम दृश्यता भी 500 मीटर से अधिक रही।स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाया गया शिविरटावर ध्वस्तीकरण के बाद फेलिक्स अस्पताल की ओर से मंगलवार को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। डा. डीके गुप्ता का कहना है कि ध्वस्तीकरण के बाद आसपास की सोसायटी में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है।
450 से अधिक लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया गया। अधिकांश लोगों को खांसी, आंखों में जलन, त्वचा और सांस संबंधी समस्या रही। लोगों को मास्क वितरित किया गया।
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