Kisan Andolan: दिल्ली से नोएडा आने वाली लेन पर चिल्ला बॉर्डर पर किसान पैदा कर रहे थे बाधा, पुलिस ने की सख्ती
भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) गुट के किसानों ने बृहस्पतिवार दोपहर चिल्ला बार्डर पर दिल्ली से नोएडा की तरफ आने वाली लेन को बंद करने की कोशिश की। नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाली लेन को भानु गुट के किसानों ने पहले से ही बंद कर रखा है।
By Vinay TiwariEdited By: Updated: Thu, 17 Dec 2020 06:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) गुट के किसानों ने बृहस्पतिवार दोपहर चिल्ला बार्डर पर दिल्ली से नोएडा की तरफ आने वाली लेन को बंद करने की कोशिश की। इस लेन पर धरने पर बैठे किसानों से पुलिस ने सख्ती से निपटा व चंद समय में ही हल्का बल प्रयोग करते हुए सभी को हिरासत में लेकर बसों से पुलिस लाइन भेज दिया।
देर शाम हिरासत में लिये गए सभी किसानों को छोड़ दिया गया। इन सब के बीच दोपहर करीब डेढ़ बजे करीब आधे घंटे तक दिल्ली से नोएडा की तरफ आने वाला लेन बाधित रहा। मालूम हो कि नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाली लेन को भारतीय किसान यूनियन (भानु) गुट के किसानों ने पहले से ही बंद कर रखा है। मालूम हो कि बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) गुट के किसान चिल्ला बार्डर पर पहुंच कर बृहस्पतिवार को चिल्ला बार्डर पर दिल्ली से आने वाले लेन को बंद करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद पुलिस पहले से सतर्क थी। बृहस्पतिवार सुबह से ही वहां कई सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ पीएसी व आरएफ के जवानों को तैनात किया गया था। दोपहर के समय एक बस व कुछ गाड़ियों से अंबावत गुट के किसान पुलिस को चकमा देते हुए सेक्टर-15ए के पास तक पहुंचे।
पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह पहले नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाली लेन पर धरने पर बैठे। पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर आगे जाने से रोका। इस बीच एक-एक कर किसान उठकर दूसरी लेन पर पहुंचे और उस लेन को जबरन बाधित करने की कोशिश की। इस दौरान कुछ युवकों ने कारों के शीशे पर धक्के मारे। एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह का कहना है कि हमले की वजह से एक कार का शीशा टूटा गया व उसमें सवार एक बच्ची को हल्की चोट लग गई। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई व सख्ती से निपटा गया।
किसानों को रोकने के लिए लगाई जगह-जगह बैरिकेडिंग
भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) गुट के किसानों की चेतावानी को देखते हुए बृहस्पतिवार को सुबह से ही पुलिस अलर्ट थी। महामाया फलाई ओवर से लेकर डीएनडी लूप तक जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की जांच कर आगे बढ़ने दिया जा रहा था।सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस फोर्स तैनात किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए चिल्ला बार्डर व उसके आस-पास भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। बृहस्पतिवार को किसानों को रोकने के दौरान पुलिस व किसानों के बीच-कई जगह नोकझोंक हुई। डीसीपी नोएडा राजेश एस का कहना है कि नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाली लेन पर जबतक किसान बैठे थे तबतक कोई समस्या नहीं थी व बातचीत चल रही थी, लेकिन कुछ युवक बेवजह दूसरी लेन को बाधित करने पहुंच गए। जिसकी वजह से उनसे सख्ती से निपटते हुए हिरासत में लेकर मार्ग को खुलवाया गया है। इस दौरान 22 किसानों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेजा गया था व देर शाम छोड़ा गया है।
किसान नेताओं ने लगाया पुलिस पर बदसलूकी का आरोप भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) के प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा ने धरना के दौरान पुलिस पर बदसलूकी करने सहित अन्य आरोप लगाये हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने बेवजह अभद्र भाषा का प्रयोग किया और मारपीट की। इसमें कई किसान नेता व कार्यकर्ताओं को चोट लगी है। वहीं किसान नेआओं को पुलिस लाइन में भूखे-प्यासे हिरासत में रखा गया। उनका कहना है कि उनके संगठन के सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जगह-जगह हिरासत में रखा है। उन्होंने इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा है। Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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