छह साल की मासूम से स्कूल में बैड टच, प्रिंसिपल की बड़ी लापरवाही फिर भी पद पर बरकरार; हटाने की मांग पर अड़े Parents
नोएडा के सेक्टर-12 स्थित एक निजी स्कूल में छह साल की बच्ची के साथ हुई बैड टच की घटना के बाद अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा है। अभिभावकों ने बृहस्पतिवार दोपहर स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक की और प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। इस दौरान प्रबंधन और अभिभावक पक्ष आपस में भिड़ गए। मौके पर मौजूद सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस ने मामला शांत कराया।
जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा सेक्टर-12 स्थित निजी स्कूल में छह साल की बच्ची से हुई बैड टच की घटना से गुस्साए अभिभावकों की बृहस्पतिवार दोपहर स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक हुई।
अभिभावकों ने प्रदर्शन करते हुए प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। इस दौरान प्रबंधन और अभिभावक पक्ष आपस में भिड़ गए। मौके पर मौजूद सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस ने मामला शांत कराया।
अभिभावकों ने रखी ये मांगें
- अभिभावकों की मांग है कि प्रिंसिपल को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
- स्कूल में उचित गार्ड की व्यवस्था एवं स्कूल बस में गार्ड की व्यवस्था की जाए।
- प्रत्येक कोने एवं कक्षा में कैमरा लगाए जाए। कक्षा के कैमरे का लिंक अभिभावक को दिया जाए, जिससे वह अपने बच्चे की गतिविधि देख सकें।
- रेलिंग बहुत छोटी हैं, उन्हें दो फीट और बढ़ाया जाए।
- बीच में जाल लगाया जाए। जिससे किसी बच्चे के साथ कोई अनहोनी न हो।
- स्कूल के अध्यापकों का बर्ताव अभिभावकों के प्रति नम्र रखा जाए।
- री-एडमिशन का चार्ज कम किया जाए।
- फाइन कम किया जाए।
- प्रत्येक बच्चे का एक अभिभावक कार्ड बनाया जाए। जिसे दिखाकर अपना बच्चा स्कूल से वही व्यक्ति ले जिस पर आइडी कार्ड हो।
- यदि स्कूल में किसी बच्चे के साथ कोई भी अप्रिय घटना होती है। उसका जिम्मेदार स्कूल प्रशासन होगा।
'प्रिंसिपल ने घटना को दबाने की कोशिश की'
अभिभावकों का कहना है कि प्रिंसिपल ने घटना को दबाने की कोशिश की है। बच्चे इनके सरंक्षण में सुरक्षित नहीं हैं। हम अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बच्ची ने घटना के बारे में क्लास टीचर को जानकारी दी थी।प्रिंसिपल को भी इसकी जानकारी हो गई थी। प्रिंसिपल ने लापरवाही दिखाते हुए बच्ची को घर जाकर घटना की जानकारी नहीं देने को कहा। यह बहुत गंभीर मामला है।
स्कूल और ठेकेदार ने आरोपी को भगाने की कोशिश की
प्रिंसिपल ऐसा कैसे कर सकती हैं। यही नहीं स्कूल और ठेकेदार ने आरोपी को भगाने में भी मदद की। इस वजह से पुलिस कई दिन बाद आरोपित को पकड़ पाई। इस पूरी घटना के बाद से अन्य अभिभावक भी चिंतित है।बता दे पुलिस इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी से पहले क्लास टीचर, प्रिंसिपल, सुपरवाइजर, ठेकेदार को गिरफ्तार किया था।
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