Bulldozer Action यूपी के नोएडा में एक बार फिर बुलडोजर एक्शन हुआ है। यमुना प्राधिकरण की टीम ने भू-माफिया के कब्जे से करीब 30 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त कराई है। प्राधिकरण की टीम ने जनवरी 2024 से अब तक ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तकरीबन 1.93 लाख वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया है। इसकी कीमत 1068 करोड़ रुपये बताई गई है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। Bulldozer Action नोएडा प्राधिकरण ने भू-माफिया पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। प्राधिकरण सर्किल-8 और भू लेखा विभाग ने संयुक्त प्रयास से विशेष अभियान चलाया, जिसमें सलारपुर में खसरा संख्या-700 से 711 पर छह हजार वर्गमीटर जमीन को भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराया गया।
बताया गया कि यहां पर निर्माण, नालियां और प्लाट काटने का काम किया जा रहा था। जबकि यह जमीन मास्टर प्लान 2031 के अनुसार नियोजित है, जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
टीम ने दस्तावेजों को खंगाला
वहीं, वर्क सर्किल आठ वरिष्ठ प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद कागजी दस्तावेजों को खंगाला गया। जमीन प्राधिकरण की अर्जित और कब्जा प्राप्त जमीन है, जिस पर अवैध रूप से नाली बनाई जा रही थी। साथ ही जमीन पर प्लाट काटकर बेचने की कोशिश थी।उधर, जानकारी मिलते ही प्राधिकरण अधिकारियों ने नोटिस जारी कर भू-माफिया से स्वत: जमीन खाली करने को कहा। ऐसा नहीं करने पर बृहस्पतिवार दोपहर को प्राधिकरण टीम जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची। यहां स्थानीय पुलिस बल की मदद से अवैध निर्माण को हटाया गया।
निरंतर जारी है अभियान
प्राधिकरण ने जनवरी 2024 से अब तक तकरीबन 1.93 लाख वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया है। इस जमीन की लागत 1068 करोड़ रुपये आंकी गई। इसके अलावा अभियान निरंतर जारी है। जमीन मास्टर प्लान 2031 के अनुसार नियोजित की गई है। यहां प्लानिंग और परियोजनाएं बनाई जानी हैं।इसके अलावा जमीन अतिक्रमण और अवैध निर्माण को लेकर अब तक 24 मामलों में एफआइआर दर्ज की गई है, जबकि 118 मामलों में डीसीपी स्तर पर जांच की जा रही है।
खनन विभाग की 12 सदस्यीय फर्जी टीम ने तीन लाख ठगे
नोएडा में फेज वन थाना क्षेत्र के सेक्टर 10 स्थित प्लाट के बेसमेंट में मिट्टी की खोदाई होने के दौरान बुधवार रात को तीन गाड़ियों में सवार फर्जी खनन विभाग की 12 सदस्यीय टीम जांच करने पहुंची। पीड़ित को जांच के नाम पर डरा-धमकाकर सेटमेंट के नाम पर तीन लाख रुपये ठग ले गए। पीड़ित ने ठगी का अंदेशा होने पर पुलिस से शिकायत की और मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस वाहन नंबर के आधार पर तीन में से एक कार तक पहुंची है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
दिल्ली न्यू अशोक नगर के फरियाद ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उनका सेक्टर 10 में एक प्लाट है और वर्तमान में उसमें मिट्टी खोदाई का कार्य चल रहा है। बुधवार को तीन गाड़ियों में 10-12 लोग आए। लोगों ने खुद को खनन विभाग से होना बताते हुए फटकारना शुरू कर दिया। खनन का काम किसके द्वारा और किसकी अनुमति पर किये जाने के बारे में पूछा। खोदाई कार्य की जानकारी देते हुए बताया कि मशीन उनकी है और वह ही कार्य करा रहे हैं।
टीम ने अवैध रूप से खनन होने की बात कहते हुए थाने चलने के लिए बोला और पीड़ित की कार को चेक किया। उसमें तीन लाख रुपये निकले, लेकिन आरोपितों ने पांच लाख रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर थाना स्तर से कार्रवाई होने का डर भी दिखाते रहे।
हाथों में रखकर बनवाई वीडियो
पीड़ित ने बताया कि और रुपये नहीं देने को लेकर असमर्थता जताई तो आरोपित सेटलमेंट के लिए राजी हो गए, लेकिन आरोपितों ने कहा कि अगर हम रुपये लेंगे तो तुम रिश्वत लेने या लूट का मुकदमा दर्ज करा दोगे। इस पर आरोपितों ने पीड़ित के हाथ में धनराशि रखे हुए वीडियो बनवाई और उससे बुलवाया कि वह यह धनराशि खोदाई कार्य कराने के एवज में दे रहा है। वहीं पीड़ित ने बताया कि कार में एक व्यक्ति भगवा कपड़े पहने हुए था और अन्य लोग उसको महाराज जी बोल रहे थे।
फेज वन थाना क्षेत्र के सेक्टर 10 स्थित प्लाट में चल रहा काम
तीन में से एक कार हुई ट्रैस पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किये तो तीन में से एक र्स्कापियो कार का नंबर दिख गया लेकिन कार पर नंबर अस्थाई था। पुलिस ने नंबर के आधार पर कार को ट्रैस कर लिया है। पुलिस इसकी मदद से आरोपितों की पहचान और तलाश में जुटी है।
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पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपित सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के एक गांव के हैं। डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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