INTERVIEW: बाबा बागेश्वर बोले- सनातन हिंदुओं के दिलों में हिंदू राष्ट्र, अब राम राज की क्रांति का समय
धर्मनिरपेक्ष भारत को अब हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी अपने तरीके से इस आवाज को बुलंद कर रहे हैं। अपने कार्यक्रमों में सनातन संस्कृति को अपनाने पर जोर देने के साथ ही नई पीढ़ी में इसके संस्कार रोपित करने उन्हें सनातनी संस्कृति से जोड़ने पर विशेष जोर है।
नोएडा [धर्मेंद्र चंदेल]। धर्मनिरपेक्ष भारत को अब हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी अपने तरीके से इस आवाज को बुलंद कर रहे हैं। अपने कार्यक्रमों में सनातन संस्कृति को अपनाने पर जोर देने के साथ ही नई पीढ़ी में इसके संस्कार रोपित करने, उन्हें सनातनी संस्कृति से जोड़ने पर विशेष जोर है। मजहबी से लेकर मतांतरण के मुद्दे पर बेबाकी से विचार रखने वाले धीरेंद्र शास्त्री ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत करते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र के लिए जनता को जागरूक होना होगा।
इसके लिए न सरकार से मांग करने की जरूरत है और न ही राजनीतिक दलों से बात करने की आवश्यकता है। उनकी कल्पना कागज पर हिंदू राष्ट्र की नहीं है। सनातन हिंदुओं के दिलों में हिंदू राष्ट्र और राम राज को जगाने का सिद्धांत है।
... उस दिन बन जाएगा भारत हिंदू राष्ट्र
इस कल्पना को साकार करने के लिए जिस दिन लोगों ने इस आवाज को उठाते हुए अपनी आवाज मान लिया उस दिन भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। वह हिंदू राष्ट्र व देश में राम राज के लिए लोगों को सजग करते रहेंगे। राजनीति में साधु संतों की भूमिका और राजनीतिक दलों को सहयोग देने पर उन्होंने कहा कि धर्म से राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं चलता। धर्म दंड के नीचे अगर राजनीति चलती है तो यह उचित है।
राजनीति-साधु और मतांतरण पर क्या बोले बाबा?
साधु, आचार्यों का राजनीतिक से जुड़ना या समर्थन देना उनका निजी विचार, जिम्मेदारी है। वह अपनी जिम्मेदारी को बखूबी जानते हैं। राम राजनीति से बड़ी राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश भर में मतांतरण के ज्वलंत मुद्दा पर धीरेंद्र शास्त्री ने जोरदार तरीके से कहा कि इस तरह के मामलों को रोकने के लिए ही सनातनी हिंदू एकता यात्रा और क्रांति की शुरुआत की है।
तांत्रिकों के चक्कर में न आएं लोग
शांति मंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि अब भारत में शांति बहुत हो चुका, अब राम राज की क्रांति का समय है। लोगों को अब तांत्रिकों के चक्कर में नहीं आना है। उनसे बचकर रहना है। बाबा बालाजी सबकी रक्षा के लिए हैं। धर्म की आड़ में महिलाओं के साथ होने वाले दुराचार के मामलों पर उन्होंने कहा कि गंदी मानसिकता के लोग हर जगह है।
महिलाओं को सजग रहने की जरूरत
महिलाओं के साथ कहीं भी कुछ गलत हो सकता है। बहन बेटियों को सजग तरीके से सावधान रहना होगा। कृपा के लिए अकेले किसी के पास न जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाएं अपने भाई, पिता व पति के अलावा अंध भरोसा किसी पर न करें। उन्होंने अपनी मुंबई की यात्रा का भी जिक्र करते हुए कहा कि वह लोगों से जो आहवान कर रहे हैं, लोगों पर उसका प्रभाव भी पड़ा रहा है।
मुंबई में एक कार्यक्रम के लिए जाते वक्त लालबत्ती पर रुके तो एक रिक्शा चालक ने उन्हें देखते ही जय हिंदू राष्ट्र का नारा लगाया। इसे सुनकर लगा कि जिस मुहिम को वह आगे बढ़ाने में लगे हैं, लोग उससे जुड़ रहे हैं और मुझे लगा कि बाबा बालाजी ने अलख जगा दी है।