Move to Jagran APP

Yamuna Authority: घर खरीदने का सपना होगा पूरा, यमुना प्राधिकरण अब यहां बसाएगा नया शहर; सरकार से मिली मंजूरी

Yamuna Expressway मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों ओर तीन-तीन किमी तक शहर को बसाया जाएगा। मथुरा में 11653.76 हेक्टेयर में यमुना प्राधिकरण नया शहर विकसित करेगा। प्राधिकरण के 2031 को शासन से स्वीकृति मिल गई है। फेज दो के तहत मथुरा अलीगढ़ हाथरस आगरा जिले का क्षेत्र शामिल किया गया है। बस एक क्लिक में पढ़िए सारी जानकारी।

By Arvind Mishra Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 23 Oct 2024 07:38 PM (IST)
Hero Image
Noida News: राया अर्बन सेंटर के तहत ही हेरिटेज सिटी परियोजना। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) के दोनों ओर तीन-तीन किलोमीटर तक राया अर्बन सेंटर (शहरी केंद्र) विकसित किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के फेज दो के मास्टर प्लान 2031 को शासन से अपनी स्वीकृति दे दी है।

फेज दो में मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, आगरा जिले का अधिसूचित क्षेत्र शामिल है, लेकिन प्राधिकरण ने अभी मथुरा जिले में राया अर्बन सेंटर व अलीगढ़ जिले में टप्पल -बाजना अर्बन सेंटर को ही नियोजित किया है। शेष अधिसूचित क्षेत्र अभी हरित श्रेणी में शामिल है। प्राधिकरण भविष्य की जरूरतों के अनुसार इसका भू उपयोग बदलकर मास्टर प्लान में शामिल करेगा।

मथुरा के राया अर्बन सेंटर को पूर्व में 9366.2 हे. नियोजित किया गया था, लेकिन संशोधित मास्टर प्लान में यह क्षेत्रफल बढ़कर 11653.76 हे. हो गया है। औद्योगिक श्रेणी का क्षेत्र कम कर मिश्रित भूमि उपयोग सेक्टर के क्षेत्रफल को बढ़ाया गया है।

इससे उद्योगों के साथ आवासीय, वाणिज्यक व संस्थागत गतिविधियों को गति मिलेगी। रिवर फ्रंट व पर्यटन के लिए भी क्षेत्रफल में काफी बढ़ोतरी की गई है। रिवर फ्रंट के लिए क्षेत्र को 109.7 हे. से बढ़ाकर 505.65 हे. किया है। पर्यटन गतिविधियों के लिए संरचनात्मक ढांचा 731.3 हे. के बजाए अब 1520.51 हे. में विकसित होगा।

यमुना एक्सप्रेस से के दायें ओर मथुरा बरेली मार्ग तक के अधिसूचित क्षेत्र को मास्टर प्लान में शामिल कर लिया गया है। एक्सप्रेस वे के बायें ओर भी तीन किमी तक शहरी क्षेत्र का विस्तार होगा। एक्सप्रेस वे के समानांतर कुल छह किमी चौड़ी पट्टी के रूप में यह क्षेत्र विकसित होगा। बायें ओर औद्योगिक गतिविधियों के लिए सेक्टर विकसित होंगे।

 पहले चरण में हेरिटेज सिटी और औद्योगिक सेक्टर होंगे विकसित

राया अर्बन सेंटर के तहत ही हेरिटेज सिटी परियोजना भी है। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को पहले ही प्राधिकरण बोर्ड और शासन से स्वीकृति मिल चुकी है। विकासकर्ता चयन के लिए शासन स्तर पर बैठक होनी है।

वहीं मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने प्राधिकरण सीईओ से मिलकर उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया था। प्राधिकरण ने सांसद के प्रस्ताव पर बाजना और मथुरा के आस पास नियोजित सेक्टरों में उद्योगों के विकास का खाका खींचा है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय उद्यमियों के सुझावों के आधार पर ही होगा।

संरक्षित होंगे पुराने तालाब, वन क्षेत्र

मास्टर प्लान 2031 में मथुरा जिले की पुरानी संस्कृति विरासत को संरक्षित करने पर जोर दिया गया है। प्राधिकरण ने पौराणिक महत्व के 16 तालाबों को संरक्षित करने का फैसला किया है। पर्यटन की दृष्टि से इनका सुंदरीकरण किया जाएगा। प्राधिकरण क्षेत्र में 89.75 हे. में प्राकृतिक जल स्रोत हैं।

रिवर फ्रंट होगा विकसित

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। इसमें ओपन एयर थियेटर, पार्क, लाइट एंड साउंड शो के लिए स्थान आदि विकसित किया जाएंगे।

फेज दो में शामिल हैं टप्पल व आगरा अर्बन केंद्र

मास्टर प्लान फेज दो में टप्पल अर्बन सेंटर (Tappal Urban Center) भी शामिल हैं। इसमें मल्टी मॉडल लाजिस्टिक हब प्रस्तावित है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव पूर्व में अलीगढ़ जिला प्रशासन को भेजा चुका है। इसके अतिरिक्त आगरा में अर्बन सेंटर का खाका तैयार करने के लिए एजेंसी से सर्वे कराया जा रहा है।

राया अर्बन सेंटर (Raya Urban Center)

श्रेणी क्षेत्रफल हे. में
आवासीय 2216.25
वर्तमान ग्रामीण आबादी 416.58
विस्तारित आबादी 459.79
वाणिज्यक 701.68
उद्योग 853.46
मिश्रित भू उपयोग 301.44
रिवर फ्रंट 505.65
पर्यटन विकास 1520.51
ऑफिस 132.63
सेमी पब्लिक 746.83
जन सुविधाएं 196.48
ट्रांसपोर्ट 196.48
ग्रीन बेल्ट 1592.26
पार्क एवं प्ले ग्राउंड 586.87
रिक्रिएशनल ग्रीन 287.10
तालाब आदि 89.75

राया अर्बन सेंटर मास्टर प्लान 2031 में शामिल है। हेरिटेज सिटी परियोजना को शामिल करते हुए संशोधित मास्टर प्लान को शासन से स्वीकृति मिल गई है। नए सेक्टरों के विकास के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नए शहर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त संरचनात्मक ढांचा विकसित किया जाएगा।

डा. अरुणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना प्राधिकरण

यह भी पढ़ें: Noida News: 15 गांव के लोगों के लिए नोएडा प्राधिकरण का बड़ा फैसला, आबादी का सर्वे पूरा; अब बनेगी पेरिफेरल रोड

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।