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Elvish Yadav News: मुंबई में ढूंढ रही थी नोएडा पुलिस, कोटा में घूम रहा था एल्विश; पकड़ा गया तो फिर हुआ ये

कोटा पुलिस ने शनिवार को एल्विश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसके बाद छोड़ दिया। कोटा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक कवींद्र सागर ने बताया कि वाहनों की नियमित जांच के दौरान झालावाड़-कोटा मार्ग पर सुकेश के पास एल्विश की गाड़ी को रोका गया। आपत्तिजनक स्थिति होने की आशंका पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई लेकिन बाद में छोड़ दिया गया।

By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Sun, 05 Nov 2023 05:33 AM (IST)
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कोटा में पकड़ा एल्विश, मुंबई में ढूंढ रही नोएडा पुलिस

 जागरण संवाददाता, नोएडा। रेव पार्टियों में सर्प विष की सप्लाई किए जाने के मामले में आरोपित बिग बास ओटीटी-2 विजेता एल्विश यादव की तलाश में नोएडा पुलिस महाराष्ट्र सहित तीन राज्यों में दबिश देने का दावा कर रही है, लेकिन वह राजस्थान के कोटा में घूम रहा है।

एल्विश ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया

हैरत की बात है कि कोटा पुलिस ने उसे पकड़ा और छोड़ भी दिया, क्योंकि नोएडा पुलिस एल्विश को वांछित नहीं बता रही है। नोएडा पुलिस ने इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं, प्रकरण सामने के आने के बाद एल्विश ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है, लेकिन अभी तक नोएडा पुलिस से संपर्क नहीं किया है।

दूसरी ओर इस संबंध में वन विभाग ने भी एक मुकदमा दर्ज किया है, हालांकि उसमें एल्विश यादव का नाम नहीं है। रेव पार्टियों के लिए सर्प विष की सप्लाई करने और सांपों की तस्करी के मामले में नोएडा पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एल्विश यादव को भी आरोपित बनाया था।

झालावाड़-कोटा मार्ग पर सुकेश के पास एल्विश की गाड़ी को रोका गया

जयपुर संवाददाता के अनुसार, कोटा पुलिस ने शनिवार को एल्विश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद छोड़ दिया। कोटा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक कवींद्र सागर ने बताया कि वाहनों की नियमित जांच के दौरान झालावाड़-कोटा मार्ग पर सुकेश के पास एल्विश की गाड़ी को रोका गया। आपत्तिजनक स्थिति होने की आशंका पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया।

प्रेट्र के मुताबिक को कोटा पुलिस ने नोएडा के डीसीपी और एसीपी को फोन पर जानकारी दी तो उसे बताया गया कि एल्विश के खिलाफ जांच चल रही है, लेकिन वह वांछित नहीं है। लिहाजा उसे जाने दिया गया।

एल्विश के खिलाफ ठोस साक्ष्य नहीं

पुलिस सूत्रों का कहना है कि एल्विश के खिलाफ ठोस साक्ष्य नहीं हैं, जिस कारण पुलिस सीधे गिरफ्तारी से बच रही है। कानूनी राय भी ली जा रही है। पुलिस नोटिस देकर उसे जांच में सहयोग के लिए बुला सकती है। जेल में बंद पांच आरोपितों से आमने-सामने बैठाकर सवाल-जवाब भी करा सकती है।

सूत्रों के मुताबिक, इंटरनेट मीडिया से एल्विश के कई वीडियो सामने आए हैं। इनमें वह सांपों को गले में डालकर और हाथ में लेकर वीडियो शूट कराता दिख रहा है। पुलिस उसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपित बना सकती है। डीसीपी रामबदन ¨सह का कहना है कि जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सर्प विष की लखनऊ में होगी जांच

गिरफ्तार आरोपितों के पास से मिला 20 एमएल सर्प विष किस सांप का है, इसकी जांच के लिए विष को लखनऊ स्थित प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। सांपों की जांच के लिए वन विभाग को कोर्ट की अनुमति लेनी होगी।

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