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Noida Crime: शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 2.51 करोड़ रुपये की ठगी, वाट्सऐप ग्रुप के जरिए घटना को ऐसे दिया अंजाम

नोएडा से ठगी का ताजा मामला सामने आया है। खबर के मुताबिक साइबर अपराधियों ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 2.51 करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है। बता दें बदमाशों ने मोबाइल में ऐप डाउनलोड कराकर 11 करोड़ रुपये कमाने का झांसा दिया था। वाट्सऐप ग्रुप पर जोड़कर साइबर ठगों ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Tue, 09 Jul 2024 12:48 PM (IST)
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Noida Fraud: शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 2.51 करोड़ रुपये ठगे। फाइल फोटो

 गौरव भारद्वाज, नोएडा। साइबर अपराध थाना पुलिस ने एक व्यक्ति से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर हुई 2.51 करोड़ रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-75 स्थित फ्यूटेक गेटवे के राजीव कुमार गुप्ता ने दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि पिछले दिनों उन्हें अज्ञात नंबर ने एक वाट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया।

शेयर बाजार में कर रहे थे खरीद-फरोख्त 

ग्रुप में कुल 110 सदस्य जुड़े हुए थे। ग्रुप का एक सदस्य खुद को प्रोफेसर बताकर स्टॉक मार्केट में निवेश करके अधिक लाभ दिलाने का झांसा दे रहा था। ग्रुप के अन्य सदस्य उसके द्वारा दी जा रही जानकारी की प्रशंसा कर रहे थे और सलाह के अनुसार शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त कर रहे थे।

12 मई को वह ग्रुप बंद कर करके शिकायतकर्ता को नए ग्रुप में जोड़ दिया गया। इस ग्रुप पर ई-ट्रेड डाउनलोड करने के लिए लिंक साझा किया गया। ऐप डाउनलोड करने के बाद भारतीय, अमेरिकी स्टॉक मार्केट, आईपीओ और यूएस ईटीएफ खरीदने के लिए प्रेरित किया गया।

शुरुआत में 40 से 50 प्रतिशत हुआ लाभ

इसके बाद धीरे-धीरे करके शेयर ट्रेडिंग की गई। शुरुआत में 40 से 50 प्रतिशत का लाभ हुआ। ग्रुप पर लोग लाभ के बारे में जानकारी दे रहे थे। पीड़ित ने धीरे-धीरे करके 2,51,49,957 रुपये जमा किए थे, लेकिन ऐप पर उन्हें 11 करोड़ से अधिक का लाभ दिखाई दे रहा था। 24 जून को शिकायतकर्ता ने जब 50 लाख रुपये निकालने के लिए कहा तो प्रशासन शुल्क देने के लिए कहकर धनराशि देने से मना कर दिया।

इसके बाद आरोपितों ने 35,15,969 रुपये का भुगतान शुल्क जमा करने के लिए कहा। तब जाकर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ और आरोपितों ने ग्रुप से बाहर कर दिया। अब आरोपित ग्रुप में शामिल करने के लिए 3 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं। साइबर अपराध थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार गौतम का कहना है कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

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