Ganga Water Supply: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों के लिए गुड न्यूज, जल्द शुरू होगी गंगाजल की आपूर्ति
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पहले चरण में 50 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण द्वारा दो भूमिगत जलाशय बनाने का का निर्माण कार्य चल रहा है। अब प्राधिकरण का कहना है कि दो भूमिगत जलाशय का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। गंगाजल आपूर्ति को बिछी पाइपलाइन का लगातार सर्वे किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को गंगाजल की आपूर्ति के लिए अभी चार महीने का इंतजार और करना होगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पहले चरण में 50 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण द्वारा दो भूमिगत जलाशय बनाने का का निर्माण कार्य चल रहा है। इससे पहले प्राधिकरण अगस्त तक पानी आपूर्ति का दावा कर रहा था।
2005 में गंगाजल आपूर्ति की परियोजना की शुरुआत हुई थी। करीब 18 वर्ष के इंतजार के बाद नवंबर 2022 में मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा पहुंचकर गंगाजल परियोजना का उद्घाटन किया था। हालांकि ये आपूर्ति ग्रेटर नोएडा ईस्ट में होनी थी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रही है पानी की किल्लत
उस समय प्राधिकरण ने चार महीने में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी गंगाजल की आपूर्ति का वादा किया था, लेकिन आज तक आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। इसके लिए कई बार डेडलाइन तय की गईं, लेकिन आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पानी की काफी किल्लत रही।
सोसायटियों में पानी के टैंकर से आपूर्ति की गई। अब प्राधिकरण का कहना है कि दो भूमिगत जलाशय का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। गंगाजल आपूर्ति को बिछी पाइपलाइन का लगातार सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में देखा जा रहा है कि कहां पाइपलाइन टूटी है और कहां कमजोर हो गई है।
पहले चरण में पहुंचाया जाएगा 50 एमएलडी गंगाजल
इन स्थानों को चिह्नित कर उन्हें दुरुस्त किया जाएगा। इसमें करीब तीन से साढ़े तीन महीने का समय लगेगा। उसके बाद आपूर्ति का ट्रायल होगा। यानी करीब चार महीने बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट को गंगाजल मिलना शुरू होगा। पहले चरण में 50 एमएलडी गंगाजल पहुंचाया जाएगा।
भविष्य में जरूरत के हिसाब से इसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी। ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गंगाजल आपूर्ति को 25 भूमिगत जलाशय बनाए गए हैं। शहर को शुद्ध पेयजल देने के लिए 85 क्यूसेक क्षमता की गंगाजल परियोजना का निर्माण किया गया है।