Lok Sabha Election 2024: गौतमबुद्धनगर में सबसे कम और ज्यादा मतदान वाले बूथ पर होगी नजर
गौतमबुद्ध नगर में लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिले में 2019 में मतदान का प्रतिशत 60़ 40 प्रतिशत रहा था। इसी के तहत जिले की विभिन्न सोसायटी में 100 बूथ बनाए गए हैं।
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा। लोकसभा चुनाव में जिला निर्वाचन विभाग की नजर 2019 चुनाव में तीनों तहसील के उन बूथों पर विशेष रूप से होगी जहां पर मतदान का प्रतिशत जिले में सबसे कम या अधिक रहा था।
जिन बूथ पर अधिकतर मतदाताओं ने मतदान नहीं किया उन्हें वनरेबल व क्रिटिकल की श्रेणी में भी रखा गया है। जहां पर मतदान सबसे कम या ज्यादा हुआ है उसका कारण भी जाना जाएगा। जहां पर मतदान कम हुआ है वहां बढ़ाने का प्रयास होगा। खास बात है कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिले में सबसे कम व सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत का रिकार्ड दादरी तहसील के नाम दर्ज है।
लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिले में 2019 में मतदान का प्रतिशत 60़ 40 प्रतिशत रहा था। मतदान का प्रतिशत और बढ़ाने की तैयारी है।
विभिन्न सोसायटी में बनाए गए हैं 100 बूथ
इसी के तहत जिले की विभिन्न सोसायटी में 100 बूथ बनाए गए हैं। 2019 के चुनाव में जिले में सर्वाधिक मतदान प्राथमिक पाठशाला सफीपुर के कमरा नंबर एक 79.77 व सबसे कम मतदान शारदा विश्वविद्यालय नालेज पार्क के कमरा नंबर चार में 16.44 प्रतिशत रहा था।शारदा वि. में मतदान के लिए चार बूथ बने थे। चारों बूथ पर मतदान का सर्वाधिक प्रतिशत 33. 76 रहा था। नालेज पार्क में बनाए गए बूथ पर कालेजों में पढ़ने वाले युवाओं का वोट अधिक था, लेकिन युवाओं ने ही मतदान के प्रति रुझान नहीं दिखाया था।जिला निर्वाचन विभाग तीनों तहसील के सबसे कम व सबसे ज्यादा मतदान वाले बूथ की टाप टेन सूची तैयार कर ली है। संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जहां पर सबसे कम मतदान हुआ है वहां के मतदाताओं को मतदान के लिए विशेष रूप से जागरूक किया जाए।
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