कॉलेज का हाल: पढ़ाने के लिए नहीं शिक्षिकाएं, छात्राओं के भविष्य पर छाया संकट; सामने आई ये बड़ी लापरवाही
ग्रेटर नोएडा में एक कॉलेज में लापरवाही का मामला सामने आया है। देखने में आया कि कॉलेज में छात्राओं को पढ़ाने लिए शिक्षिकाएं नहीं हैं। अब ऐसे में सवाल है कि आखिर छात्राओं को कौन पढ़ाएगा? इससे छात्राएं परेशान हो रही हैं। वहीं कॉलेज में ऐसी स्थिति क्यों बनी हुई है इसकी बड़ी वजह सामने आई है। जानिए आखिर पूरा मामला क्या है?
अंकुर त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। राजकीय इंटर कॉलेज के लगातार परिणाम गिरने से जहां शासन चिंतित है। वहीं माध्यमिक शिक्षा विभाग परिणाम को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। इसकी बानगी दादरी स्थित बादलपुर के कुमारी मायावती राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में साफ देखने को मिली है।
छात्राओं की पढ़ाई हो रही है बाधित
पॉलिटेक्निक की परीक्षा संपन्न कराने के लिए विभाग की ओर से कॉलेज की 10 शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगा दी गई। 10 शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगने से कॉलेज में छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। शिक्षिकाओं की ड्यूटी 22 जून से 23 जुलाई तक लगाई गई है। जबकि जुलाई के दूसरे सप्ताह में मासिक परीक्षाएं प्रस्तावित हैं।
यह भी पढ़ें- गार्डेनिया समूह मामले में प्राधिकरण को गौतमबुद्धनगर कामर्शियल कोर्ट से झटका, समन जारी
कॉलेज में कक्षा छह से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित
कॉलेज में कक्षा छह से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। वर्तमान समय में करीब 1300 छात्राएं कॉलेज में नामांकित हैं। शिक्षिकाओं की कमी होने के कारण छात्राओं को काम देकर किसी तरह कॉलेज में उन्हें रोका जा रहा है। ब्लैक बोर्ड पर छात्राओं को काम देकर शिक्षिकाएं दूसरी कक्षाओं में चली जाती है।
कॉलेज में 22 शिक्षिकाओं का स्टाफ है, जिसमें से कॉलेज में 10 ही बची हैं। एक शिक्षिका मातृत्व अवकाश पर हैं। यह स्थिति तब है जब कॉलेज में पहले से ही सात शिक्षिकाओं की कमी है।
मुख्य विषय की शिक्षिकाओं की लगी ड्यूटी
परीक्षा को संपन्न कराने के लिए गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, भौतिक विज्ञान आदि मुख्य विषय की शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगा दी गई। नए सत्र में छात्राओं की पढ़ाई ठप हो गई है। कॉलेज की शिक्षिकाओं ने बताया कि ड्यूटी लगने से पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाएगा, जिसका सीधा असर छात्राओं के परिणाम पर पड़ेगा।
यह भी पढ़ें- हाथरस भगदड़ में छूटा मां का हाथ, आंखों के सामने रौंद गई हजारों की भीड़; ग्रेटर नोएडा की दो महिलाओं की मौत
छात्राओं ने बताया कॉलेज का हाल
जुलाई में मासिक परीक्षा होनी है, लेकिन मैम की ड्यूटी पॉलिटेक्निक परीक्षा में लगा दी गई है। अब हम लोगों को 26 जुलाई तक कौन पढ़ाएगा। यह समझ नहीं आ रहा है। कोर्स भी पूरा नहीं हो पाएगा - मानसी, छात्रा
शिक्षकों की कमी होने के कारण मैम ब्लैकबोर्ड में सवाल नोट कराने के बाद दूसरी कक्षाओं में चली जाती है, जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है। - पलक
छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होने दी जाएगी। दादरी के अन्य कॉलेज से गुरुतिवार को शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा में लगा दी जाएगी। - डॉक्टर धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक