Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Greater Noida: 100 करोड़ की ठगी का मामला, 20 हजार का फ्लैट 50000 में किराये पर लेकर चलाया जा रहा था फर्जी कॉल सेंटर

यह कोई पहला मामला नहीं है जब किराये के फ्लैट या मकान में ठगी का अड्डा चल रहा हो इससे पूर्व ग्रेटर नोएडा में मई के महीने में दो ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस मामले में भी बिना सत्यापन के मोटे किराये के लालच में मकान मालिक ने विदेशी नागरिकों को फ्लैट किराये पर दे दिया था। विदेशी नागरिक फ्लैट में ड्रग्स फैक्ट्री चला रहे थे।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Mon, 20 Nov 2023 06:04 AM (IST)
Hero Image
20 हजार का फ्लैट 50 हजार में किराये पर लेकर चलाया जा रहा था फर्जी कॉल सेंटर

प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित महागुन मायवुड सोसायटी में शनिवार दोपहर पकड़े गए फर्जी काल सेंटर ने किरायेदारों के सत्यापन अभियान पर सवाल खड़े किए गए है। जांच में पता चला है कि आरोपित अंकुश सिंह के नाम फ्लैट का रेंट एग्रीमेंट बना था।

दिल्ली में रहने वाली महिला फ्लैट की मालकिन है। 20 हजार का फ्लैट 50 हजार रुपये में आरोपितों ने किराए पर ले रखा था और उसमें ठगी का काल सेंटर चलाया जा रहा था। फ्लैट मालिक को नोटिस जारी कर पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है।

दरअसल, नोएडा के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट फर्जी काल सेंटर का गढ़ बन चुका है। एसटीएफ व बिसरख कोतवाली पुलिस ने ठगी के अड्डे का पर्दाफाश कर 24 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। ऐसे में सवाल यह है कि एक ही फ्लैट में 24 लोग रह रहे थे और सोसायटी प्रबंधन ने कभी उनको टोका टाकी नहीं की।

फ्लैट के अंदर से आरोपित फर्जी काल सेंटर संचालित कर अमेरिकी नागरिकों को ठगी का शिकार बना रहे थे और सोसायटी के लोग समझ रहे थे कि उनके पड़ोस में रहने वाले किरायेदार इंजीनियर हैं।

सुबह चार बजे निकले थे आरोपित

पड़ोसियों को शक न हो कि फ्लैट के अंदर इतने ज्यादा लोग हैं, इस वजह से आरोपित सोसायटी से बाहर सुबह चार बजे निकले थे। एक कार में पांच आरोपित सवार होकर बाहर जाते थे। निजी सुरक्षाकर्मी भी आरोपितों की गतिविधि को नहीं समझ पाते थे। पड़ोसियों से आरोपितों ने बता रखा था कि वह इंजीनियर हैं।

अंकुश ही खोलता था गेट

रेंट एग्रीमेंट अंकुश के नाम था, इस वजह से जब भी फ्लैट के बाहर लगी डोर बेल बजती थी तो अंकुश ही गेट खोलता था. जिससे कि किसी को शक न हो कि रोज नए चेहरे फ्लैट में कहां से आते हैं।

अप्रत्यक्ष रूप से अपराध को मिल रहा बढ़ावा

लापरवाह मकान मालिकों की वजह से अप्रत्यक्ष रूप से अपराध को बढ़ावा मिल रहा है। बिना किसी जमीनी जांच के मोटे किराये के लालच में फ्लैट किराये पर दे दिया जाता था। मकान मालिक अपनी तो जेब भरते रहते है, लेकिन लोग ठगी का शिकार होते रहते हैं।

पूर्व में भी किराये के मकान में चल चुकी है ड्रग्स फैक्ट्री

यह कोई पहला मामला नहीं है जब किराये के फ्लैट या मकान में ठगी का अड्डा चल रहा हो, इससे पूर्व ग्रेटर नोएडा में मई के महीने में दो ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस मामले में भी बिना सत्यापन के मोटे किराये के लालच में मकान मालिक ने विदेशी नागरिकों को फ्लैट किराये पर दे दिया था। विदेशी नागरिक फ्लैट में ड्रग्स फैक्ट्री चला रहे थे। इसके अलावा घरबरा गांव में पिछले वर्ष किराए की बिल्डिंग में चीन के नागरिक कैसिनो व हवाला का कारोबार करते पकड़े गए थे।

यह है मामला

मोबाइल बैंकिंग व बंद स्वास्थ्य बीमा पालिसी को चालू कराने के नाम पर 100 करोड़ की ठगी करने वाले 24 आरोपितों को एसटीएफ व बिसरख कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में शनिवार को महागुन मायवुड सोसायटी से गिरफ्तार किया था। आरोपित ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बैठकर अमेरिका के नागरिकों को ठगी का शिकार बना रहे थे। आरोपितों के कब्जे से महंगी लग्जरी गाड़ियां बरामद की गईं थीं।

यह भी पढ़ेंः Delhi Pollution: आठ साल में सर्वाधिक प्रदूषित रह सकता यह नवंबर, दिल्ली की हवा में सांस लेना हुआ और ज्यादा 'खतरनाक'

लग्जरी गाड़ियां ठगी की रकम से खरीदी गई थी। मौके से आरोपित अंकुर गुप्ता सरगना, तरुण, हिमांशु, आशीष झा, शुभम, संजय कुमार, अंकुश, विक्रांत कुमार, अतुल कौशिक, चेतन, वरुण सूद, सौरभ, नीरज तोमर, शेखर पांडेय, अर्जुनपाल, विजय शर्मा, कृषानू कोले, अजय कुमार, गौरव जैन, रवि, शुभम सिंह, सुरेश, मंजर इमाम, सुमित सिंह को गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपित दिल्ली, गाजियाबाद व हापुड़ के रहने वाले हैं।

डीसीपी सेंट्रल नोएडा, सुनीति का कहना है कि-

फ्लैट मालिक से पूछताछ की जाएगी। मेरी फ्लैट मालिकों से अपील है कि वह सिर्फ किराया लेकर अपनी जिम्मेदारी से पीछे न हटें। उनके फ्लैट में किरायेदार कोई संदिग्ध गतिविधि तो नहीं कर रहा है, इसकी जानकारी मालिक को होनी चाहिए। हर संदिग्ध छोटी सूचना मालिक को पुलिस को देनी चाहिए।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर