Greater Noida: घर में घुसकर लूटे 25 लाख रुपए, डॉक्टर की बेटी का किया मर्डर; पड़ोसी से पूछताछ कर रही पुलिस
ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र स्थित पुराना सत्याना गांव में रहने वाले डॉक्टर सुदर्शन बैरागी की बेटी की हत्या कर बदमाशों ने 25 लाख रुपये लूट लिए। वहीं घर मौजदू 14 साल की बच्ची की हत्या कर दी है। डॉक्टर ने पड़ोस में रहने वाले परिचित प्रदीप पर शक जाहिर किया है। प्रदीप को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
By Praveen SinghEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 18 Jul 2023 07:58 PM (IST)
नोएडा, जागरण संवाददाता। ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र स्थित पुराना सत्याना गांव में रहने वाले डॉक्टर सुदर्शन बैरागी की बेटी की हत्या कर बदमाशों ने 25 लाख रुपये लूट लिए। घटना के दौरान डॉक्टर की 14 वर्षीय बेटी शिल्पी घर पर अकेली थी। डॉक्टर ने पड़ोस में रहने वाले परिचित प्रदीप पर शक जाहिर किया है।
मेरठ के रहने वाले हैं डॉक्टर
पुलिस ने प्रदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। मूल रूप से मेरठ के हस्तिनापुर के रहने वाले डॉक्टर सुदर्शन बैरागी परिवार के साथ सेक्टर 147 पुराना सुत्याना गांव में रहते है। उनकी नोएडा के सेक्टर 93 में अनुष्का पाली के नाम से क्लीनिक है।
चुन्नी से गला दबाकर बच्ची की हत्या
मंगलवार दोपहर डॉक्टर अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ क्लीनिक गए थे। घर पर 14 वर्षीय बेटी शिल्पी अकेली थी। दोपहर डेढ़ बजे जब डॉक्टर वापस लौटे तो देखा कि बेटी के गले में चुन्नी बंधी हुई थी। उसके मुंह से खून निकल रहा था। शिल्पी को फेलिक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। शिल्पी की हत्या चुन्नी से गला दबाकर की गई है।डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि बेटी की हत्या के साथ ही घर में रखे 25 लाख रुपये गायब है, तब स्थिति स्पष्ट हुई कि बदमाशों ने लूट के विरोध में डॉक्टर की बेटी की हत्या की है। लूटे गए 25 लाख रुपये डॉक्टर को कुछ दिन पहले एक प्लाट को बेचने के एवज में मिले थे। पुलिस घर पर पहुंची तो सारा सामान बिखरा हुआ था।
कई बार बदले बयान
पुलिस ने दावा किया है कि पहले डॉक्टर ने बताया कि 25 लाख रुपये थे। बाद में यह रकम घटकर 13 लाख बताई। हालांकि, पुलिस यह भी मान रही है कि गमगीन माहौल में पीड़ित सही जानकारी नहीं दे पा रहे है। जिस प्रदीप पर पीड़ित ने शक जाहिर किया है, वह घटना के दौरान एक घंटा घर से गायब रहा। प्रदीप ने हिरासत में हो रही पूछताछ में इस बात से इनकार किया है, लेकिन उसके घर से गायब रहने की पुष्टि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हुई है।घर से गायब रहने के दौरान प्रदीप ने टी शर्ट भी बदली थी। सुदर्शन दस वर्ष पूर्व हस्तिनापुर से नोएडा आकर रहने लगे थे। उसके माता-पिता हस्तिनापुर नगर की प्रेमनगर कालोनी में रहते हैं। वे अपनी पौत्री की हत्या की खबर से अनभिज्ञ थे और खबर सुनकर परेशान हो गए। उन्होंने तुरंत बेटे को फोन कर मामले की जानकारी की और विलाप करने लगे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।साल साल पहले की डॉक्टर ने की थी शादी
पिता शंकर बैरागी ने बताया कि लगभग सात वर्ष पूर्व सुदर्शन की कुछ तबीयब खराब रहने लगी थी। उस समय वह आइकेयर नाम की कंपनी में कार्य करता था। तभी सुजाता उसके संपर्क में आई और उसकी देखरेख भी करने लगी। सुजाता कोलकाता की रहने वाली थी और नोएडा में कहीं नौकरी करती थी। तभी से दोनों में प्रेम हो गया और दोनों ने सात वर्ष पूर्व मंदिर में शादी कर ली। दोनों की शादी के बारे में स्वजन को कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें शादी का तब पता चला कि जब माता-पिता सुदर्शन के लिए लड़की ढूंढ रहे थे। सुदर्शन के पिता शंकर ने यह भी बताया कि सुजाता विशेष संप्रदाय से थी‚ इसलिए उन्होंने इस शादी का विरोध भी किया और काफी दिनों तक सुदर्शन से उनकी अनबन रही। बाद में आना जाना प्रारंभ हो गया।सुदर्शन की पत्नी पहले से शादीशुदा थी और पहले से एक बच्ची शिल्पी थी। सुदर्शन से शादी के पश्चात उन्हें एक पुत्री श्रेयांशी (चार वर्ष) व पुत्र सिद्धार्थ (दो माह) है। शादी के बाद सुदर्शन ने नौकरी छोड़ अपना क्लीनिक खोल लिया था‚ जिसमें दोनों ही कार्य करते थे। हस्तिनापुर स्थित घर में उनके माता-पिता अकेले रहते हैं। दूसरा बेटा सुब्रत भी नोएडा में नौकरी करता है। समाचार सुनते ही पिता शंकर व माता सुप्रिया नोएडा के लिए चले गए।प्रदीप के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। आरोपित के बयानों में विरोधाभास पाया गया है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। -अनिल यादव, डीसीपी सेंट्रल नोएडा