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Greater Noida: हैलो! क्या आपको लोन की आवश्यकता है... ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपितों पर पुलिस ने कसा शिकंजा

ग्रेटर नोएडा में साइबर टीम और बिसरख कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लोन देने के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौर सिटी सेंटर की छठी मंजिल पर ठगी का काल सेंटर चला रहे थे।

By Praveen SinghEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sat, 11 Feb 2023 06:10 PM (IST)
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ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपितों पर पुलिस ने कसा शिकंजा
नोएडा, जागरण संवाददाता। साइबर टीम और बिसरख कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लोन देने के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौर सिटी सेंटर की छठी मंजिल पर ठगी का काल सेंटर चला रहे थे। आरोपितों ने ठगी करने के लिए लोन देने वाली कंपनी के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई हुई थी। चारों आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। ठगी में शामिल दंपती अभी फरार है।

जानें पूरा मामला

एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा विशाल पांडेय ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि गौर सिटी सेंटर में ठगी का सेंटर संचालित हो रहा है। साइबर टीम व बिसरख कोतवाली पुलिस ने जांच की। जांच में पता चला कि आरोपित लोन देने के नाम पर ठगी कर रहे है। मौके से चार आरोपितों को धर दबोचा गया।

आरोपितों की पहचान अश्वनी कुमार उर्फ विश्वजीत कुमार व पवनदेव उर्फ सत्यम (नवादा बिहार), बाबी (एटा उत्तर प्रदेश) और मोहित सागर (सुभाष नगर बरेली उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। सभी आरोपित वर्तमान में ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित देविका गोल्ड होम्स में किराए के फ्लैट में रह रहे थे। ठगों के कब्जे से तीन लैपटाप, नौ स्मार्ट फोन, 16 मोबाइल की पैड वाले, दो प्रिंटर, कालिंग डाटा बरामद किया गया है।

आरोपित धानी कंपनी का प्रतिनिधि बनकर लोगों को लोन देने के लिए फोन करते थे। कंपनी के नाम से फर्जी वेबसाइट बना रखी थी। लोन की आवश्यकता वाले लोगों को

सस्ती दर पर पर्सनल लोन, होम लोन, बिजनेस लोन आदि का लालच देकर फाइल चार्ज, वैरीफिकेशन फीस, लीगल चार्ज आदि के नाम पर बैंक खातों में पचास हजार से एक लाख के बीच की रकम डलवा लेते थे। खाते में रकम आते ही मोबाइल स्विच आफ कर देते थे।

मोहित जुटाता था डाटा

बिसरख कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि जिन लोगों को फोन किया जाता था उनका डाटा मोहित जुटाता था। मोहित के संपर्क में कई ऐसे लोग है कि बैंक व कंपनी का डाटा बेचते है। पुलिस डाटा बेचने वाले लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

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