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Noida News: नोएडा के यथार्थ अस्पताल में गिरी सर्विस लिफ्ट, चार कर्मचारी चोटिल

कोतवाली पुलिस के मुताबिक अस्पताल परिसर में भूतल से माइनस -2 में जाने के लिए सर्विस लिफ्ट है।दोपहर करीब ढाई बजे सूचना मिली सर्विस लिफ्ट गिरने के कारण चार लोगों को आंतरिक चोट आने पर इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। शहर की आवासीय सोसायटियों के अलावा कंपनियों कार्यालयों अस्पतालों में आए दिन लिफ्ट खराब होने व गिरने की सूचना आती है।

By MOHD BilalEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Thu, 02 Nov 2023 06:33 PM (IST)
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नोएडा के यथार्थ अस्पताल में गिरी लिफ्ट
मोहम्मद बिलाल, नोएडा। सेक्टर-110 स्थित यथार्थ अस्पताल में बृहस्पतिवार दोपहर एक सर्विस लिफ्ट गिरने के कारण महिला समेत चार कर्मचारी चोटिल हो गए।

गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है, क्योंकि हादसे के दौरान लिफ्ट में चार कर्मचारी सवार थे। सूचना पर फायर विभाग की टीम के फेज-2 कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की जांच कर रही है।

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कोतवाली पुलिस के मुताबिक अस्पताल परिसर में भूतल से माइनस -2 में जाने के लिए सर्विस लिफ्ट है।दोपहर करीब ढाई बजे सूचना मिली सर्विस लिफ्ट गिरने के कारण चार लोगों को आंतरिक चोट आने पर इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। जिन्हें चोट आई उनकी पहचान बरौला के सिद्धनाथ (20), भंगेल की सृष्टि श्रीवास्तव (20), सलारपुर के अर्जुन (22) और सुल्तानपुर के सुखदेव (28) के रूप में हुई है।

सभी अस्पताल के कर्मचारी है और स्टोर, बागवानी सेक्शन में काम करते हैं। स्टोर भी बेसमेंट में बना है, जहां मेडिकल उपकरण रखने के साथ डायलिसिस का सामान रखा जाता है। जिस दौरान हादसा हुआ उसमें मेडिकल उपकरण को भूतल से नीचे ले जाया जा रहा था। इसमें चोटिल हुए कर्मचारी भी सवार थे।

आशंका है कि भार अधिक होने के कारण लिफ्ट गिरी है। पुलिस की ओर से लिफ्ट के मेंटनेंस संबंधी विषयों की जांच की जा रही है। जिन्हें चोट आई है उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया का कहना है कि मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया है।

प्राथमिक जांच में पता चला है कि सर्विस लिफ्ट लगभग आठ फीट की ऊंचाई से गिरी है। जिसमें चार लोगों को मामूली चोट आई है। मामले की जांच की जा रही है। अबतक मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।

वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जिसे सर्विस लिफ्ट बताया जा रहा है वह असल में कार लिफ्ट है, जिसका बहुत कम उपयोग होता है। लिफ्ट भी परिसर के बाहरी हिस्से में लगी है। लिफ्ट का मेंटनेंस समय के अनुरूप कराया जाता है। सभी को मामूली चोट आई है। कोई गंभीर घायल नहीं है।

मेंटेनेंस के मानकों का नहीं होता है पालन

शहर की आवासीय सोसायटियों के अलावा कंपनियों, कार्यालयों, अस्पतालों में आए दिन लिफ्ट खराब होने व गिरने की सूचना आती है। क्योंकि ज्यादातर संचालकों की ओर से लिफ्ट मेंटेनेंस के मानकों का सही से पालन नहीं किया जाता है।

सर्विस लिफ्ट में एक हजार किलोग्राम भार उठाने की क्षमता होती है। जबकि पैसेंजर लिफ्ट में 435 से 700 किलोग्राम भार उठाने तक की ही क्षमता होती है। लेकिन सर्विस लिफ्ट के अलावा पैसेंजर लिफ्ट में क्षमता से अधिक भार उठाया जाता है। जिस कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं।

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