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'गौतमबुद्ध नगर बनेगा एनसीआर का सबसे बेहतर शहर...', जीत के बाद बोले डॉ. महेश शर्मा

एनसीआर के सभी 13 लोकसभा सदस्य समग्र रूप से इनपर काम करें और केंद्र सरकार के समक्ष इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं। इनपर काम होगा तो 2047 में देश जिस विकसित भारत का लक्ष्य लेकर चल रहा है एनसीआर उस लक्ष्य को हासिल करने में अग्रणी भूमिका निभाता नजर आएगा। आकांक्षी एनसीआर के प्रमुख मुद्दे को लेकर दैनिक जागरण ने सांसद डा महेश शर्मा से विशेष बातचीत की।

By Lokesh Chauhan Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 05 Jun 2024 02:38 PM (IST)
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'गौतमबुद्ध नगर बनेगा एनसीआर का सबसे बेहतर शहर...', जीत के बाद बोले डॉ. महेश शर्मा
लोकसभा चुनाव के दौरान और गौतमबुद्ध नगर में मतदान से पहले दैनिक जागरण ने आकांक्षी एनसीआर थीम के तहत एनसीआर को एक राज्य इकाई मानकर चुनाव कवरेज की। क्षेत्र के विकास को एजेंडा के तौर पर लिया। इसके लिए नोएडा, ग्रेटर सहित दिल्ली और एनसीआर के सभी संसदीय क्षेत्रों के समग्र रूप से 15 मुद्दे चुने थे।

एनसीआर के सभी 13 लोकसभा सदस्य समग्र रूप से इनपर काम करें और केंद्र सरकार के समक्ष इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं। इनपर काम होगा तो 2047 में देश जिस विकसित भारत का लक्ष्य लेकर चल रहा है, एनसीआर उस लक्ष्य को हासिल करने में अग्रणी भूमिका निभाता नजर आएगा। आकांक्षी एनसीआर के प्रमुख मुद्दे को लेकर दैनिक जागरण उपमुख्य संवाददाता लोकेश चौहान ने सांसद डा महेश शर्मा से विशेष बातचीत की। प्रस्तुत हैं बिंदुवार प्रमुख अंश-

नियंत्रित वायु प्रदूषण

मैं पर्यावरण मंत्री रहा हूं। इस बात की टीस मुझे अब भी रहती है कि हमारे क्षेत्र का नाम पर्यावरण और प्रदूषण के लिहाज से बेहतर श्रेणी में नहीं गिना जाता है। इसके बाद कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जल्द ही इस पर कार्य शुरू किया जाएगा। पूरे एनसीआर को प्रदूषण से मुक्त करने और यहां के पर्यावरण को बेहतर करने के लिए कार्य करेंगे।

स्वच्छ यमुना

यमुना के साथ ही हरनंदी को भी प्रदूषण मुक्त करने की जरूरत है। इसके लिए आसपास के राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर कुछ ऐसी योजना बनाई जाएगी, जिसमें सभी की भागीदारी और सहभागिता हो। जिससे परिणाम भी सकारात्मक हों।

जाम मुक्त एनसीआर

आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा के साथ ही एनसीआर में बढ़ने वाले आबादी के कारण निश्चित रूप से सड़क पर यातायात बढ़ेगा। ग्रेटर नोएडा में अभी 20 लाख फ्लैट खाली हैं। इनमें लोगों के आने के बाद स्थिति खराब होगी, इसके लिए अभी से प्रयास किया जाएगा। जल्द इसका रोड मैप तैयार किया जाएगा।

सुदृढ़ पेयजल व्यवस्था

नोएडा और ग्रेटर नोएडा के साथ गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में मुझे नहीं लगता कि कहीं पेयजल की दिक्कत है। टीडीएस अधिक होने की समस्या रहती है। इसके समाधान के लिए गंगाजल की उपलब्धता बढ़ाने के साथ ही ट्यूबवेल के बजाय रेनीवेल की संख्या को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।

आसान कनेक्टिविटी

आसान कनेक्टिविटी के लिए मेट्रो का जाल बढ़ाया जा रहा है। जो पूरे एनसीआर में बढ़ रहा है। कुछ परियोजनाएं चल रही हैं, कुछ पर जल्द कार्य शुरू किया जाएगा।

बेहतर कानून व्यवस्था

गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरेट बनने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है। अगर कहीं कोई कमी नजर आएगी, तो उसके लिए शासन स्तर पर बातचीत कर व्यवस्थाओं को और बेहतर कराने का प्रयास किया जाएगा।

स्वच्छ एनसीआर

सफाई के मामले में नोएडा देश के चुनिंदा शहरों में शामिल है। अधिकारी और लोगों के सहयोग से नोएडा इस स्थिति में आ पाया है। एनसीआर के सभी शहर अगर इसी तर्ज पर और इससे बेहतर तरीके से कार्य करें, ताे निश्चित रूप से स्वच्छ एनसीआर की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। इसमें सांसद के तौर पर मैं हर संभव प्रयास करूंगा।

विश्वस्तरीय शिक्षा

नोएडा और ग्रेटर नोएडा शिक्षा के हब के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। कई विश्वविद्यालय यहां संचालित हैं। शायद ही कोई ऐसा कोर्स है, जिसकी पढ़ाई यहां न होती हो। कालेजों में सीटों की संख्या को बढ़ाकर यहां और अधिक छात्रों को पढ़ने का मौका मिल सकता है। इसके लिए प्रयास किया जाएगा।

आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं

गौतमबुद्ध नगर की स्वास्थ्य सेवाएं चाहे वह सरकारी स्तर पर हो या प्राइवेट स्तर पर, सभी अन्य शहरों की तुलना में बेहतर हैं। जिस लिहाज से आबादी बढ़ी है, कुछ संसाधनों को बढ़ाने की जरूरत भविष्य में होगी। इसके लिए प्रयास किया जाएगा।

आकर्षक पर्यटन स्थल

मैं पर्यटन मंत्री रहा हूं। ऐसे में पर्यटन की जरूरत और इसके महत्व को बेहतर तरीके से समझता हूं। पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के लिए पहले भी कई सर्किट बनाए गए थे। काशी के बाद अब मथुरा की बारी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद मथुरा के साथ आगरा भी पर्यटकों के लिए और पास हो जाएगा। फिल्म सिटी आने के बाद भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

उद्योगों के अनुकूल माहौल

उद्योगों के लिए जितना अनुकूल माहौल गौतमबुद्ध नगर में ऐसा शायद ही कहीं होगा। यूवी इन्वेस्टर समिट में सबसे अधिक निवेश गौतमबुद्ध नगर में ही हुआ है। इसे एनसीआर के सभी क्षेत्र में फैलाने की आवश्यकता है।

उच्च प्रतिव्यक्ति आय

जब शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, उद्योग और पर्यावरण बेहतर होंगे तो इसका सीधा असर प्रतिव्यक्ति आय पर भी पड़ेगा। इन सभी चीजों को बेहतर कर प्रतिव्यक्ति आय को भी बढ़ाया जाएगा। इसके लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।

महिलाओं की अधिकतम सहभागिता

महिलाएं वैसे तो किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्कूलों से लेकर कालेज और अस्पताल व उद्योगों में भारी संख्या में महिलाएं कार्य कर रही हैं। मेरा मानना है कि आसपास के जिलों में सबसे अधिक महिला उद्यमी भी गौतमबुद्ध नगर में ही है। ऐसे में महिलाओं की सहभागिता को कम नहीं माना जा सकता है। महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण बिल भाजपा सरकार में ही पारित हुआ है।

वन क्षेत्र का संरक्षण

पर्यावरण को बढ़ावा दिए जाने के लिए वृक्षों का संरक्षण सबसे अहम है। मानसून के दौरान लगने वाले पौधे आने वाले समय में वृक्षों के रूप में परिपक्व हों, इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। इस संबंध में अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।

पिछड़े क्षेत्रों की प्रगति

गौतमबुद्ध नगर में काफी बड़ा क्षेत्र अभी ग्रामीण क्षेत्र में है। वहां देर से विकास हुआ है। प्राधिकरण ने भी वहां विकास नहीं किया है। जमीन का अधिग्रहण नहीं हुआ। इसके विकास के लिए भी हम चिंतित हैं। इस क्षेत्र का विकास भी शहरी तर्ज पर कराया जाएगा।

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