ग्रेटर नोएडा में चौकी के पास चल रही थी 'जहर' की फैक्ट्री, पुलिस को नहीं लगी भनक; पहले कब-कब पकड़ी गईं फैक्ट्रियां
ग्रेटर नोएडा के कासना में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मेथमफेटामाइन ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। ग्रेटर नोएडा में इसके पहले तीन ड्रग्स फैक्ट्रियां पकड़ी जा चुकी हैं। लोगों का कहना है कि स्थानीय खुफिया इकाई यदि अपने सूचना तंत्र को मजबूत करके सतर्कता बढ़ाती तो शायद कमिश्नरेट पुलिस ही इस ड्रग्स फैक्ट्री को पकड़ लेती लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अवनीश मिश्र, ग्रेटर नोएडा। कासना थाना की औद्योगिक क्षेत्र साइट-पांच पुलिस चौकी से करीब 700 मीटर की दूरी पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मेथमफेटामाइन ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करके गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस की पोल खोल दी है।
डेरी की आड़ में चल रही थी 'जहर' की फैक्ट्री
यहां डेरी की आड़ में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। स्थानीय खुफिया इकाई को भी इसकी भनक नहीं थी। कासना औद्योगिक क्षेत्र के साइट-पांच में ड्रग्स फैक्ट्री के सामने पेंट व दूसरे तरफ प्लास्टिक के डिब्बे बनाने की फैक्ट्री है। एक प्लाट चारदीवारी बनाकर छोड़ा गया है। फैक्ट्री के अंदर काम करने वाले किसी से कोई बातचीत नहीं करते थे। इससे लोगों को यह पता नहीं था कि उसके अंदर क्या बन रहा है।
मेथमफेटामाइन ड्रग्स बरामद करती हुई एनसीबी की टीम। फोटो- जागरणएक फैक्ट्री के गार्ड ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ दिन पहले दोपहर में टहलते समय देखा कि उस फैक्ट्री का गेट खुला है। अंदर एक गार्ड और चार-पांच लोग दिखे। उन लोगों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन, सभी ने चुप्पी साध ली। गार्ड ने बस इतना कहा कि डेरी चलाते हैं। उसके बाद जरूरी काम बताकर उन्हें बाहर कर दिया।