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नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक दौड़ेगी एलआरटी, एक ही फेज में होगा निर्माण; पढ़ें पूरी डिटेल्स

Greater Noida News नोएडा एयरपोर्ट काे नमो भारत रेल से कनेक्टिविटी के लिए निर्माण एक ही फेज में होगा। निर्माण में लगने वाली राशि का 20-20 फीसदी केंद्र व राज्य सरकार देगी। इसके अलावा शेष 60 प्रतिशत एनसीआरटीसी वहन करेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर जनता को बहुत राहत मिलेगी। पढ़िए आखिर यमुना प्राधिकरण चेयरमैन अनिल सागर ने क्या जानकारी दी है।

By Arvind Mishra Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 26 Sep 2024 09:49 PM (IST)
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नमो भारत रेल कॉरिडोर का निर्माण दो की जगह एक ही फेज में होगा। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। Noida Airport नोएडा एयरपोर्ट काे नमो भारत रेल से कनेक्टिविटी के लिए नमो भारत रेल कॉरिडोर का निर्माण दो की जगह एक ही फेज में होगा। निर्माण लागत का 20-20 प्रतशित केंद्र व राज्य सरकार और शेष 60 प्रतिशत एनसीआरटीसी वहन करेगी।

एनसीआरटीसी के निर्माण लागत वहन न करने की स्थिति में जीडीए, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण व नोएडा इंटरनेशनल कंपनी इस लागत का मिलकर वहन करेंगी। यमुना प्राधिकरण चेयरमैन अनिल सागर की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई 82वीं बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई। राज्य सरकार की ओर से नमो भारत रेल परियोजना का प्रस्ताव केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जा चुका है।

यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि नमो भारत रेल कॉरिडोर पर नोएडा एयरपोर्ट के लिए तेज गति रैपिड रेल का संचालन होगा। शहर की ट्रांसपोर्ट जरूरत को पूरा करने के लिए मेट्रो व नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक 14 किमी में एलआरटी का भी संचालन होगा।

वहीं, गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक करीब 72 किमी लंबा कॉरिडोर एक ही फेज में बनाया जाएगा। एनसीाआरटीसी के महाप्रबंधक की ओर से चेयरमैन के सम्मुख परियोजना का प्रस्तुतिकरण भी किया गया।

सीईओ का कहना है कि नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नॉलेज पार्क5 तक एक्वा मेट्रो का 10 किमी कॉरिडोर भी इस परियोजना में समाहित हो जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट में नमो भारत रेल का भूमिगत ट्रैक होगा। जो एयरपोर्ट के वर्तमान व भविष्य में बनने वाले सभी टर्मिनल को जोड़ेगा।

बोर्ड बैठक में एयरपोर्ट पर बनने वाले जीटीसी में हाई स्पीड रेल, मेट्रो, रेल व एलआरटी की कनेक्टिविटी होगी। एयरपोर्ट साइट पर संबंधित परियोजना को स्वीकृति देने वाली कमेटी में भी बदलाव किया गया है। इसमें अब यमुना प्राधिकरण सीईओ की अध्यक्षता में प्राधिकरण के ही दो सीईओ, ओएसडी, महाप्रबंधक नियोजन होंगे।

पांच साल में हुडको से मिलेंगे 30529 कराेड़

यमुना प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण व परियोजनाओं के निर्माण के लिए राशि का बंदोबस्त कर लिया है। हुडको से अगले पांच साल में 30529 करोड़ रुपये ऋण की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। सीईओ ने बताया कि मेट्रो के लिए 6326 करोड़, एलआरटी के लिए 641,

हाई स्पीड रेल के लिए 20637 करोड़, लाजिस्टिक पार्क के लिए 1705 कराेड़ व हेरिटेज सिटी के लिए 1220 करोड़ रुपये ऋण लिया जाएगा।

संस्थागत श्रेणी में साक्षात्कार से होगा आवंटन

संस्थागत श्रेणी में अस्पताल, नर्सिंग होम, कारपोरेट के अतिरिक्त सामाजिक कार्यों से संबंधित संस्थाओं को भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार से होगा। इसमें स्कूल, प्ले स्कूल, क्रेच, योग, ध्यान केंद्र, सामाजिक संस्थान आदि शामिल हैं।

अपैरल पार्क का नामकरण

यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 29 में विकसित होने वाले अपैरल पार्क को एनएसी अपैरल यीडा पार्क के नाम से जाना जाएगा। इसके 13 आवंटियों को 31 दिसंबर तक लीज कराने के लिए बोर्ड ने समय दे दिया है। इन आवंटियों के भूखंड रद होने की तलवार लटकी हुई थी।

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तीस प्रतिशत देनी होगी आवंटन राशि

आवासीय को छोड़कर अन्य श्रेणी के लिए भूखंडों का आवंटन किस्तों पर होगा। लेकिन आवंटन राशि और किस्तों की सीमा में बदलाव किया गया है। दस प्रतिशत पंजीकरण राशि के अलावा बीस की बजाए तीस प्रतशित आवंटन राशि देनी होगी। साठ प्रतशित राशि दो साल में किस्तों में भुुगतान करनी होगी।

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