Creta Car Loot Case: मास्टरमाइंड मनस्वी ने 30 दिन तक 6 राज्यों की पुलिस को दौड़ाया, प्रेमी के साथ हुई गिरफ्तार
Noida Car Loot Case बड़े-बड़े अपराधियों को चंद घंटों में पकड़कर वाहवाही लूटने वाली गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस को 18 वर्ष की मनस्वी ने 30 दिन तक पुलिस को छह राज्यों में दौड़ाया। लूट के मामले में वांछित चल रही गिरोह की मास्टरमाइंड शाहजहांपुर की मनस्वी शुक्ल को कोतवाली सेक्टर-113 क्षेत्र से पुरुष मित्र अमित कुमार उपाध्याय संग दबोच लिया।
नोएडा, जागरण संवाददाता। बड़े-बड़े अपराधियों को चंद घंटों में पकड़कर वाहवाही लूटने वाली गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस को 18 वर्ष की मनस्वी ने 30 दिन तक पुलिस को छह राज्यों में दौड़ाया। लूट के मामले में वांछित चल रही गिरोह की मास्टरमाइंड शाहजहांपुर की मनस्वी शुक्ल को कोतवाली सेक्टर-113 क्षेत्र से पुरुष मित्र अमित कुमार उपाध्याय संग दबोच लिया।
दोनों पर पुलिस ने 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। दोनों के पास से लूटे गए 20,200 रुपये, सोने की चेन और मोबाइल फोन बरामद किया है।
कार समेत मकदी और जेवर लूटे
एडीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 30 जून की रात सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनमोल मित्तल क्रेटा कार लेकर सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली एस्टेट के सामने खरीदारी करने आए थे। इस दौरान अज्ञात बदमाशों ने इनकी क्रेटा कार, नकदी और जेवरात लूट लिए थे।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बरेली के नवीन, मिर्जापुर के उमेंद्र बहादुर और रीवा मध्य प्रदेश के शिवेंद्र सिंह को वारदात के कुछ दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से क्रेटा कार बरामद कर ली थी।
मास्टमाइंड है मनस्वी शुक्ला
आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि गिरोह की मास्टरमाइंड शाहजहांपुर की मनस्वी शुक्ला ने अपने पुरुष मित्र मैनपुरी के अमित कुमार उपाध्याय और विनोद उर्फ मनोज के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। तब से पुलिस इन तीनों को पकड़ने का प्रयास कर रही थी।
मनस्वी अपने पुरुष मित्र के साथ एक राज्य से दूसरे राज्य भागकर पुलिस को दौड़ा रही थी। छह राज्यों के 10 शहरों में पुलिस को दौड़ाने के बाद दोनों एक बार फिर नोएडा पहुंचे और पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस अभी विनोद उर्फ मनोज को खोज रही है।
पुरुष मित्र को हुए नुकसान की भरपाई के लिए बनी लुटेरी
मनस्वी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कालेज से बीटेक की पढ़ाई कर रही है। एक वर्ष पहले उसकी मुलाकात अमित कुमार उपाध्याय से हुई थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध हैं। अमित ने नोएडा में करियर फ्लाई के नाम से एक कंपनी खोली थी। जिसमें उसे भारी नुकसान हो गया था।
उसकी भरपाई करने के लिए दोनों मिलकर लूट की योजना बनाई। इसके लिए युवाओं को रोजगार देने के नाम पर लोन रिकवरी का काम बताकर 20 हजार रुपये प्रतिमाह नौकरी पर रखा। इसके बाद लूटपाट शुरू की। पहली ही वारदात में गिरोह पकड़ा गया।
30 दिन तक पुलिस को छकाया
एसीपी सौम्या सिंह ने बताया कि मनस्वी का कम उम्र में शातिर अपराधियों जैसा दिमाग रखती है। वारदात को अंजाम देने के बाद मनस्वी भागकर देहरादून पहुंच गई। वहां कुछ दिन रुकने के बाद ऋषिकेश, वहां से हरिद्वार, दिल्ली, जयपुर, मथुरा, अहमदाबाद, मुंबई और कोल्हापुर पहुंच गई थी।
वहां, कुछ दिन किराए के मकान में रुकी उसके बाद फिर नोएडा पहुंच गई। जहां पुलिस ने सूचना के आधार पर दबोच लिया। इन स्थानों पर पुलिस जब पहुंचती थी, तो वह पहले ही निकल जाती थी।