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Noida Cyber Crime: साइबर पुलिस ने लोगों के बचाए 4.81 करोड़, रुपये फ्रीज कराकर जालसाजों के पास जाने से रोका

Noida Crime News नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने अगस्त में 22 साइबर अपराध के मामलों में 4.81 करोड़ रुपये फ्रीज किए हैं। 12 जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। ठगी के शिकार लोगों को जल्द ही उनकी रकम वापस कर दी जाएगी। साइबर ठगी से बचने के लिए अनजान ईमेल टेक्स्ट मैसेज या फोन कॉल से मिले लिंक पर क्लिक न करें।

By MOHD Bilal Edited By: Geetarjun Updated: Wed, 04 Sep 2024 11:48 PM (IST)
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साइबर पुलिस ने लोगों के बचाए 4.81 करोड़, रुपये फ्रीज कराकर जालसाजों के पास जाने से रोका

जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-36 साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने अगस्त में 22 साइबर अपराध से जुड़े मामले में 4.81 करोड़ रुपये फ्रीज कराए हैं। जल्द इस रकम को ठगी का शिकार पीड़ितों को वापस कराया जाएगा। वहीं 12 जालसाजों को दबोचकर सलाखों के पीछे भेजा है।

ज्यादातर वह आरोपित हैं, जिन्होंने ठग गिरोह को कमीशन पर अपना खाता उपलब्ध कराया है। एडिशनल डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव का कहना है कि ठगी की शिकायत मिलते उन खातों को फ्रीज कराने का प्रयास किया जाता है। जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर होती है।

ठगी के शुरुआती घंटे में जिस पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की उनकी 50 प्रतिशत से अधिक की रकम को बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर फ्रीज कराया है।

साइबर ठगी से संबंधित मामलों का त्वरित संज्ञान लेते हुए पुलिस पीड़ितों को जल्द से जल्द सहायता प्रदान करने का प्रयास करती है। बैंक और अन्य एजेंसियों से सामंजस्य स्थापित करते हुए साइबर ठगी के पैसों को जल्द से जल्द पीड़ितों के खातों में वापस कराया जाता है।

कस्टम अधिकारी बताकर एक लाख ठगे

सेक्टर-113 कोतवाली में कृसानु आनंद ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनके पास एक व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले कहा कि उनका एक पार्सल आया है। जिसे कस्टम विभाग ने जब्त किया है। आरोपितों ने पार्सल में मादक पदार्थ होने की बात कहकर डराया। फिर आरोपितों ने उन्हें स्काइप एप से जोड़ा और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की बात करते हुए उन्हें डराया धमका।

जेल जाने से बचने के लिए रुपये की मांग की। आरोपितों के झांसे में आकर पीड़ित ने उनके बताए खाते में दो बार में एक लाख 5 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर दिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि अनजाने ईमेल्स, टेक्स्ट मैसेज या फोन काल्स से मिले लिंक पर क्लिक करने से बचें। खासकर अगर वे बैंक, सरकारी एजेंसी, या किसी अन्य संस्था की ओर से होने का दावा करते हैं।

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