Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

हरिद्वार से भटक राजस्थान पहुंची 100 वर्षीय महिला, नोएडा के उद्यमियों ने पहुंचाया झांसी

झांसी की रहने वाली महिला एक हरिद्वार में भटक गई। जब वह वापस जा रही थीं तो अपने घर के बजाय राजस्थान के सालासर के पास पहुंच गईं। यहां उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आया। इस दौरान नोएडा के उद्यमी मिले जिन्होंने उन्हें परेशान देखा। वहा उन्होंने महिला से बातचीत की और दिल्ली ले आए। इसके बाद उन्हें ट्रेन से वापस झांसी भेजा।

By Lokesh Chauhan Edited By: Geetarjun Updated: Wed, 24 Jul 2024 06:42 PM (IST)
Hero Image
हरिद्वार में भटकी महिला को सही सलामत पहुंचाया झांसी।

जागरण संवाददाता, नोएडा। झांसी की रहने वाली 100 वर्षीय महिला हरिद्वार पहुंचने के बाद रास्ता भटकी और वापस झांसी पहुंचने के बजाय सालासर (राजस्थान) के पास लहोरू (हरियाणा के भिवानी जिले के पास) पहुंच गई। वहां से उन्हें ट्रेन में मिले नोएडा के उद्यमी और समाजसेवी लोगों ने दिल्ली लाकर उन्हें झांसी भेजकर उनके स्वजन से मिलाया।

पूरे प्रकरण में रेलवे की तरफ से कोई मदद नहीं मिली, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने के बाद झांसी के कई लोगों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया और झांसी पहुंचने पर बुजुर्ग महिला अपने बेटे और स्वजन से मिल पाईं।

सालासर बालाजी से लौट रहे थे अनुज

नोएडा के उद्यमी अनुज गुप्ता ने बताया कि वह अपने मित्र कुलदीप गुप्ता, वरुण अग्रवाल, राजेश बंसल, शंकर रंगवाला और प्रखर गुप्ता के साथ सालासर बालाजी से लौट रहे थे। वह रतनगढ़ से चले थे, लहोरू से करीब 100 वर्षीय बुजुर्ग ट्रेन में महिला चढ़ी और उनकी सीट के पास आकर बैठ गईं।

हरिद्वार में साड़ी और रुपये हो गए चोरी 

परेशान लग रही महिला से जब उनके बारे में और बच्चों के साथ उनके गंतव्य के बारे में पूछा तो काफी देर बाद रोते हुए बताया कि वह हरिद्वार गईं थी। वहां लक्ष्मण झूला के पास उनकी साड़ी और रुपये सहित अन्य सामान चोरी हो गया। वहां से वह किसी तरह से हरिद्वार से निकली, तो वह रास्ता भटक गईं और झांसी पहुंचने के बजाय लहोरू पहुंच गईं।

उन्होंने बताया कि उन्हें झांसी जाना है, वहां उनका घर है। घर का नाम, पता व बच्चों के नाम भी नहीं बता सकीं, लेकिन उन्होंने झांसी जाने की जिद की। उन्होंने कहा कि झांसी पहुंचने के बाद वहीं घर तक पहुंच जाएंगी। महिला के पास एक छोटे बैग में दो रोटी, दो बिस्कुट के पैकेट और 30-40 रुपये थे।

महिला को लेकर दिल्ली पहुंचे

बुजुर्ग के साथ सराय रोहिल्ला पहुंचने के बाद अनुज गुप्ता अपने मित्रों के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लेकर पहुंचे।वहां रेलवे स्टाफ द्वारा किसी प्रकार की मदद न मिलने पर झांसी जा रही ट्रेन में सेकेंड एसी की तत्काल टिकट कराई। बुजुर्ग को ट्रेन में बिठाकर अटेंडेंट को बताया कि उन्हें झांसी उतार दें।

ट्रेन रात को दो बजे झांसी पहुंची

महिला सुरक्षित झांसी पहुंच जाएं, इसके लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनके साथ एक वीडियो बनाई और विभिन्न इंटरनेट मीडिया पर डाल दी। कुछ ही देर में झांसी के कई लोगों ने संपर्क किया। इनमें लायंस क्लब, भाजपा कार्यकर्ताओं के जीआरपी के अधिकारियों के साथ कई स्थानीय लोगों से बात हुई। ट्रेन देर रात 2 बजे झांसी स्टेशन पहुंची।

ये भी पढ़ें- Noida Dog Stay: घर से बाहर जा रहे पशु मालिक अब रहेंगे बेफिक्र, ग्रेटर नोएडा में बनेगा डॉग स्टे

वीडियो झांसी में भी तेजी से प्रसारित हुआ, जिसका संज्ञान लेते हुए करीब 80 समाजसेवी व स्थानीय लोग महिला के बेटे को साथ झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां जीआरपी ने अपनी कार्रवाई करते हुए महिला को उनके बेटे के सुपुर्द किया। बुजुर्ग महिला की पहचान कोतवाली क्षेत्र के सराय मोहल्ला निवासी रमेश साहू की मां के रूप में हुई।

सोशल मीडिया पर खूब सराहना मिलने पर अनुज गुप्ता ने कहा कि हमारा धर्म हमें सिखाता है कि अपने आसपास कोई भी असहाय या दुखी ना रहे। ऐसी सेवा ही ईश्वर की सेवा है।