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Noida: परिवार बचाने के चक्कर में चली गई महिला वकील की जान, शादी के बाद से ही उत्पीड़न का शिकार हो गईं थीं रेनू

अदालत में लोगों न्याय दिलाने वाली अधिवक्ता रेनू सिन्हा घर में ही अन्याय का शिकार हो रही थीं। शादी के बाद से ही वह अपने पति के उत्पीड़न के शिकार हो गई थीं। कई बार मौके ऐसे आए जब उन्हें मायके में आकर रहने के लिए कहा गया लेकिन परिवार का हवाला देकर पति के साथ ही रहने पर जोर दिया।

By Gaurav SharmaEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 12 Sep 2023 09:23 PM (IST)
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परिवार बचाने के चक्कर में चली गई महिला वकील की जान

नोएडा, जागरण संवाददाता। अदालत में लोगों को न्याय दिलाने वाली अधिवक्ता रेनू सिन्हा घर में ही अन्याय का शिकार हो रही थीं। शिक्षित और आर्थिक रूप से संपन्न परिवार में शादी होने के बाद भी चंद लम्हे खुशहाली के गुजार न सकीं। पति नितिन नाथ सिंह के उत्पीड़न को नजर अंदाज करती रहीं।

उन्हें नहीं पता था कि वह कैंसर से जंग जीत जाएंगी, लेकिन जिसके साथ सात फेरे लिए थे, वही उन्हें जिंदगी की जंग में हरा देगा। दिल्ली हाईकोर्ट की अधिवक्ता रेनू सिन्हा के भाई अजय ने बताया कि उनकी बहन और बहनोई के बीच अब से नहीं शादी के बाद से ही अनबन रहती थी।

मायके वालों ने कैंसर का कराया इलाज

कई बार मौके ऐसे आए, जब उन्हें मायके में आकर रहने के लिए कहा गया, लेकिन परिवार का हवाला देकर पति के साथ ही रहने पर जोर दिया। यहां तक कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से ग्रसित होने के बाद मायका पक्ष ने ही उनका इलाज अमेरिका में कराया। करीब एक माह पहले ही चिकित्सकों ने उन्हें कैंसर की बीमारी से मुक्त घोषित किया था।

पिछले लंबे समय से वही उनका खर्च वहन कर रहे थे। उन्होंने बताया कि नितिन नाथ सिंह का जन्म वर्ष 1962 में ब्रिटेन में हुआ था। इनके पिता मूलरूप से धनबाद के रहने वाले थे। वह बड़े डॉक्टर थे। नितिन के पास ब्रिटिश की नागरिकता है। हत्या के बाद वह यूके भाग सकता था।

पुलिस अधिकारियों से मिले स्वजन

मंगलवार को मृतका रेनू सिन्हा के भाई अजय और अन्य लोग कोतवाली सेक्टर-20 में एसीपी रजनीश वर्मा और जांच अधिकारी डीपी शुक्ल से मिले। उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कोर्ट में मजबूत पक्ष रखने की अपील की।

यह था मामला

रविवार को सेक्टर-30 के डी ब्लाक स्थित कोठी में सुप्रीम कोर्ट की महिला वकील रेनू सिन्हा का शव उनके घर के वाथरूम में मिला था। उनकी हत्या का आरोप उनके पति नितिननाथ सिंह पर है। पुलिस के मुताबिक कोठी को बेचने में बाधक बनने पर नितिननाथ ने पत्नी रेनू सिन्हा की हत्या की है।

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दस दिन में बेटा आएगा

रेनू सिन्हा के भाई अजय ने बताया कि भांजा मानस गौतम 10 से 12 दिन बाद अमेरिका से भारत आ पाएगा। मां की हत्या की खबर सुनकर वह बहुत दुखी है। उसने भारत आने के लिए वीजा का आवेदन कर दिया है। वह अमेरिकी नागरिक है और 12-13 वर्ष से वहीं रहता है। वह यूएस में एक कंपनी में म्यूचुअल फंड एनालिस्ट हैं। वहीं, मृतका रेनू के शव का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। कोठी की सुरक्षा फिलहाल पुलिस कर रही है।

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