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Noida: 6जी के लिए इंडस्ट्री तैयार करेगा JIIT, प्रधानमंत्री ने किया लैब का ऑनलाइन उद्घाटन

जेपी इंस्टिट्यूट आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (जेआइआइटी) देश में 6जी तकनीकी के लिए इंफ्रा विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। संस्थान में भारत सरकार ने सर्विलांस सिक्योरिटी व कृषि के क्षेत्र में 5जी से आगे की तकनीक पर काम करने के लिए 5जी यूज केस लैब स्थापित की गई है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत मोबाइल कांग्रेस (आइएमसी) में इसका आनलाइन उद्घाटन किया।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Sat, 28 Oct 2023 08:49 AM (IST)
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6जी के लिए इंडस्ट्री तैयार करेगा JIIT।
जागरण संवाददाता, नोएडा। जेपी इंस्टिट्यूट आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (जेआइआइटी) देश में 6जी तकनीकी के लिए इंफ्रा विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। संस्थान में भारत सरकार ने सर्विलांस, सिक्योरिटी व कृषि के क्षेत्र में 5जी से आगे की तकनीक पर काम करने के लिए 5जी यूज केस लैब स्थापित की गई है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत मोबाइल कांग्रेस (आइएमसी) में इसका आनलाइन उद्घाटन किया।

केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मंत्रालय ने इसके लिए देश में 100 लैब स्थापित कर रहा है, जो अलग-अलग क्षेत्र में काम करेंगे। इसमें से चार का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया। जेआइआइटी की डीन एकेडमिक व रिसर्च श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि बताया कि लैब बनकर तैयार हो गई है।

इसका 80 प्रतिशत खर्च भारत सरकार व 20 प्रतिशत खर्च संस्थान वहन किया है। साथ ही अगले चार वर्ष तक लैब के संचालन का पूरा खर्च भी केंद्र सरकार वहन करेगी। जेआइआइटी सर्विलांस, सिक्योरिटी और कृषि के क्षेत्र में काम करने के लिए चुना गया है।

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इन तीनों क्षेत्रों में 5जी तकनीकी के प्रयोग के लिए छात्रों को बेहतर वातावरण देगी। इन क्षेत्रों में काम कर रहे स्टार्टअप, एमएसएमई के लिए 5जी परीक्षण सेटअप उपलब्ध कराने और एकेडमिक व स्टार्टअप इकोसिस्टम को 6जी टेक्नोलाजी के लिए तैयार करने की दिशा में काम करेगी।

ज्यादातर लैब केंद्रीय आइआइटी, एनआइटी, आइआइआइटी व केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्थापित की गई है। निजी क्षेत्र के कुछ संस्थानों को चुना गया है। इस लैब से संस्थान में तकनीकी शोध को प्रोत्साहन मिलेगा।

उत्तर प्रदेश में यहां पर स्थापित की गई है लैब

प्रदेश में आइआइटी कानपुर, आइआइटी बीएचयू, आइआइआइटी प्रयागराज, एमएनआइटी प्रयागराज व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लैब स्थापित की गई है। यह सभी केंद्रीय संस्थान हैं। राज्य सरकार के किसी संस्थान को प्रोजेक्ट में जगह नहीं मिली है।

यह लैब 5जी तकनीकी के क्रियान्वयन के साथ भविष्य की तकनीकी को लेकर काफी महत्वपूर्ण होगी। जेआइआइटी इस दिशा में पूरी जिम्मेदारी के साथ एकेडमी और इंडस्ट्री को लेकर आगे बढ़ेगा। - प्रोफेसर बीआर मेहता, वाइस चांसलर जेआइआइटी विश्वविद्यालय

PM ने किया लैब का उद्घाटन

सेक्टर-62 स्थित जेपी इंस्टिट्यूट आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (जेआइआइटी) में शुक्रवार को 5जी यूज केस लैब का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आनलाइन उद्घाटन किया गया। भारत सरकार के इलेक्ट्रानिक्स विभाग देशभर में 100 5जी लैब स्थापित कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में आयोजित मोबाइल कांग्रेस में इसका आनलाइन शुभारंभ किया। जेआइआइटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बीआर मेहता ने बताया कि यह लैब सिक्योरिटी, सर्विलांस और कृषि क्षेत्र में 5जी तकनिकी को लेकर काम करेगी। साथ 6जी के लिए देश में तकनीकी ढांचा स्थापित करेगा। उद्यमी और स्टार्टअप समूहों को तकनीकीसहायता देगा।

इसके लिए भारत सरकार ने 75 लाख रुपये की राशि दी है। साथ ही चार साल तक इसके संचालन का खर्च भी केंद्र सरकार वहन करेगी। यूपी में छह लैब स्थापित की गई है। इसमें निजी क्षेत्र में केवल जेआइआइटी में ही यह लैब स्थापित की गई है। शेष पांच लैब आइआइटी कानपुर, आइआइटी बीएचयू, ट्रिपल आइटी प्रयागराज, एमएनआइटी प्रयागराज व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में स्थापित हो रही है।

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