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    यमुना प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण की रणनीति में किया बदलाव, दस-दस एकड़ के चंक बनाए जाएंगे

    यमुना प्राधिकरण ने नए सेक्टरों के विकास के लिए किसानों से जमीन खरीदने की रणनीति बदली है। अब दस-दस एकड़ के चंक बनाकर रजिस्ट्री की जाएगी जिससे विकास में तेज़ी आएगी। यमुना प्राधिकरण 11 सेक्टरों के विकास के लिए 26 गांवों से 3120 हेक्टेयर जमीन खरीदेगा। छोटे टुकड़ों में जमीन खरीदने से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

    By manoj kumar sharma Edited By: Sonu Suman Updated: Sat, 23 Aug 2025 05:55 PM (IST)
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    सेक्टरों के नियोजित विकास के लिए 10 एकड़ के चंक बनाकर जमीन खरीदेगा यीडा।

    मनोज कुमार शर्मा, जेवर। नए सेक्टरों के तेजी से नियोजित विकास के लिए यमुना प्राधिकरण ने किसानों से आपसी सहमति के आधार पर जमीन खरीदने की रणनीति में बदलाव किया है। नई रणनीति के अनुसार सेक्टरों के लिए अधिसूचित जमीन की किसानों द्वारा सहमति से फाइल लगाने के बाद दस-दस एकड़ के चंक बनाए जाएंगे।

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    एक चंक पूरा होने के बाद ही सभी किसानों से जमीन की रजिस्ट्री कराई जाएगी। जिससे जमीन खरीद पर पैसा खर्च करने के साथ ही खरीदी गई जमीन सेक्टर का विकास और उपयोग में आसानी होगी। इससे जमीन खरीद में तेजी आने के साथ ही यीडा उस जमीन को खरीदने के साथ ही आवंटियों को जमीन भी आसानी से उपलब्ध करा पाएगा।

    यमुना एस्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण जेवर क्षेत्र में अलग-अलग 11 सेक्टरों के विकास के लिए 26 गांव की 3120 हेक्टेयर जमीन किसानों से सहमति के आधार पर खरीद रहा है। अभी तक जमीन खरीद के लिए किसान प्राधिकरण को अपनी फाइल देते थे और प्राधिकरण खरीद की प्रक्रिया पूर्ण कर किसानों से जमीन की रजिस्ट्री करा लेता था।

    लेकिन इस प्रक्रिया में सेक्टरों के विकास के लिए छोटे-छोटे टुकड़ों में जमीन खरीदने की वजह से संपूर्ण विकास प्रभावित होता था। साथ ही सड़क,सीवर, पेयजल पाइप लाइन सहित ढांचागत सुविधाओं को पूरा करने में भी अड़चने आती थी। टुकड़ों में जमीन खरीदी गई जमीन पर आवंटियों को भूखंड आवंटन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।

    सभी समस्याओं को देखते हुए तय किया गया कि किसी भी सेक्टर में किसानों से जमीन की रजिस्ट्री तभी कराई जाएगी जब वहां दस एकड़ का चंक पूरा हो रहा हो। जबतक कम से कम दसे एकड़ का चंक पूरा नहीं होगा तबतक किसानों को रजिस्ट्री के लिए इंतजार करना होगा।

    सेक्टरों के विकास के लिए ली जा रही जमीन

    सेक्टर 21,28,29,33 के लिए रबूपुरा की 510 हेक्टेयर, सेक्टर 5 के लिए कलूपुरा की 217, सेक्टर 8 के लिए दस्तमपुर की 228,सेक्टर 8 डी के लिए दयौरार की 143, सेक्टर 6 के लिए भीकनपुर की 102, सेक्टर 11 के लिए भुन्नातगा की 64, सेक्टर 28,32,33 के लिए मुरादगढ़ी की 60, सेक्टर 8 डी के लिए थोरा की 155, सेक्टर 11 के लिए फाजिलपुर की 123, सेक्टर 5,6,9 के लिए आकलपुर की 169,कानपुर की 245, मुढरह की 231,वीरमपुर की 152, नगला शाहपुर की 124, म्याना की सेक्टर 5 व 11 के लिए 80 हेक्टेयर सहित कुल 26 गांव की 3120 हेक्टेयर जमीन सहमति से ली जानी हैं।

    सेक्टरो के विकास के लिए चंक बनाकर किसानों से जमीन ली जा रही है जिससे सेक्टरों के विकास और आवंटियों को तेजी से भूखंड आवटन में आसानी होगी। चंक में खरीदी गई जमीन विवाद रहित होंगी जिनपर ढांचागत सुविधा शुरू हो सकेंगी। - राकेश कुमार सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण