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एल्विश से 60 मिनट में 150 सवाल, ज्यादातर सवालों का था सिर्फ एक जवाब; जानिए यूट्यूबर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की प्लानिंग

नोएडा पुलिस की टीम ने एल्विश यादव से करीब एक घंटे में 150 से अधिक सवाल पूछे। इसमें अधिकतर जबाव में कुछ नहीं बोला तो कुछ के जवाब हां या ना में दिया। पुलिस ने पीएफए केस से जुड़े चार सपेरों व उसके साथी राहुल यादव से संबंध में सवाल किए। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए सांपों के साथ कई वीडियो को लेकर भी सवाल पूछे।

By Gaurav Sharma Edited By: Geetarjun Updated: Mon, 18 Mar 2024 11:13 PM (IST)
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एल्विश से 60 मिनट में 150 सवाल, ज्यादातर सवालों का था सिर्फ एक जवाब
जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा पुलिस की टीम ने एल्विश यादव से करीब एक घंटे में 150 से अधिक सवाल पूछे। इसमें अधिकतर जबाव में कुछ नहीं बोला तो कुछ के जवाब हां या ना में दिया। पुलिस ने पीएफए केस से जुड़े चार सपेरों व उसके साथी राहुल यादव से संबंध में सवाल किए। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए सांपों के साथ कई वीडियो को लेकर भी सवाल पूछे।

हालांकि उसने इस दौरान अधिकतर सवालों के जवाब में कहा कि उसे इस पर कुछ नहीं कहना है। इसके बाद पुलिस ने मजबूत साक्ष्यों का हवाला देते हुए एल्विश को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की बात सुनते ही उसके चेहरे पर तनाव आ गया। इसके बाद पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया।

नहीं थी उसे गिरफ्तारी की उम्मीद

पूछताछ के लिए पुलिस की ओर से नोटिस मिलने के बाद एल्विश यादव रविवार सुबह करीब 11 बजे नोएडा पहुंचा। सेक्टर-73 में गांव सर्फाबाद स्थित एक परिचित के फार्म हाउस पर रुका। पुलिस को सूचना दी कि वह नोएडा में है। उसे शायद उम्मीद नहीं थी कि नोएडा पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी।

लगा था पूछताछ के बाद छोड़ दिया जाएगा

पूर्व में हुई पूछताछ की तरह इस बार भी कुछ सवाल पूछकर छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। पुलिस की टीम फार्म हाउस पर पहुंची। एल्विश और उसके समर्थकों ने फार्म हाउस पर ही पूछताछ के लिए निवेदन किया, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने चौकी या थाने पर ही पूछताछ के लिए कहा।

सवालों दिए ये जवाब

इसके बाद पुलिस एल्विश को सेक्टर-29 पुलिस चौकी ले आई। हालांकि फार्म हाउस से एल्विश के साथ दो लोगों को साथ रहने की अनुमति दी। चौकी पर पुलिस की ओर से जांच में सहयोग करने के लिए कहा गया और केस से संबंधित 150 से अधिक सवाल पूछे गए। कुछ सवालों के जवाब हां और ना में दिए, लेकिन अधिकतर सवालों के जवाब में कहा कि उसे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।

पुलिस ने मुख्य रूप से एल्विश से पूछे ये सवाल

आपका आरोपित राहुल से कैसे संपर्क हुआ, उससे पहली बार कहां मुलाकात हुई?

क्या राहुल को काल सिर्फ सांप और वेनम के लिए करते थे?

नोएडा में रेव पार्टी हुई थी या नहीं, इसमें आपकी क्या भूमिका थी?

रेव पार्टी में शामिल होने वाली विदेशी लड़कियां कहां से आती थीं और कौन बुलाता था?

दिल्ली, राजस्थान के फार्म हाउसों में हुई रेव पार्टियों में क्या आप शामिल थे?

रेव पार्टी में कौन-कौन लोग आए थे?

वीडियो में सांप के साथ दिख रहे अन्य लोग कौन हैं?

क्या ये सभी नशे के लिए जहरीले वेनम का इस्तेमाल करते हैं?

अब तक सांपों के जहर की कहां-कहां और किन लोगों के माध्यम से सप्लाई की गई है?

कोर्ट में मजबूत साक्ष्य आए काम

पुलिस की टीम मेडिकल कराने के बाद एल्विश यादव को लेकर सूरजपुर कोर्ट पहुंची। वहां अपना पक्ष रखा तो एल्विश के अधिवक्ता के तर्क काम नहीं आए। पुलिस ने कोर्ट से कहा कि एल्विश यादव ने खतरनाक वन्य जीव के साथ क्रूरता की है। उसके द्वारा मानव जीवन के लिए खतरनाक जहरीले सांप की गर्दन दबाकर उसकी जीभ को बाहर निकलवाकर खेल किया। इसका वीडियो भी प्रसारित है।

वीडियो में अन्य लोग भी दिखाई दे रहे हैं। उनकी जान को खतरा भी हो सकता था। इसके अलावा पुलिस ने 3 नवंबर 2023 को गिरफ्तार पांच आरोपितों से एल्विश की संलिप्तता के बारे में साक्ष्य दिए। साथ ही पिछले दिनों स्नेक वेनम की जयपुर से आई एफएसएल रिपोर्ट पेश की।

साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने अपील की थी कि एल्विश यादव का बाहर रहना वन्य जीव के लिए खतरनाक है। बाहर रहकर यह साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ भी कर सकता है। वह विदेश भी भाग सकता है।

एल्विश के समर्थकों के चलते गुप्त रखा ऑपरेशन

नोएडा पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम बहुत ही गुपचुप तरीके से अंजाम दिया। पुलिस को यह आशंका थी कि अगर एल्विश की गिरफ्तारी की सूचना जल्द फैल गई तो इंटरनेट मीडिया से जुड़े उसके फालोवर्स शांतिभंग कर सकते हैं। इस कारण पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे आपरेशन को गुप्त रखा।

हरियाणवी गायक फाजिलपुरिया की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

सांप, जहर व पार्टी के मामले में एल्विश के साथ हरियाणवी गायक फाजिलपुरिया का भी नाम सामने आया था। नोएडा पुलिस के पास फाजिलपुरिया को लेकर भी कई जानकारी मिली थी। 3 नवंबर 2023 को इस मामले में गिरफ्तार राहुल ने पुलिस को बताया था कि वह गुरुग्राम में कई पार्टियों में गया था। जहां फाजिलपुरिया भी था। कुछ पार्टियां फाजिलपुरिया के गांव में भी हुई थीं। हालांकि अभी तक इस मामले में फाजिलपुरिया से पूछताछ नहीं हुई, लेकिन अभी उसे क्लीनचीट भी नहीं मिली है।

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