Noida News: पुलिस बोली- तीन में से निकाल लो एक नाम, फिर दर्ज हो जाएगी रिपोर्ट
बाइक के विवाद में मारपीट में युवक की मौत के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए स्वजनों को सेक्टर-20 कोतवाली के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। आरोप है कि पुलिस ने स्वजन के सामने अजीब शर्त रख दी कि तीन में से एक नाम निकाल लो फिर रिपोर्ट दर्ज हो जाएगी। मामले में पांच दिन बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के सेक्टर 18 के जेजे कॉलोनी के 22 वर्षीय संतोष साहू की 10 सितंबर रात बाइक के विवाद में मारपीट में हुई मौत के मामले में पांच दिन बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई है।
डीएलएफ चौकी और थाना पुलिस पीएम रिपोर्ट लाने और एक नाम हटाने की बात कहकर टरका रही है। स्वजन तीन आरोपित के खिलाफ 11 सितंबर को तहरीर दे चुके हैं। संतोष की मां गीता देवी ने बताया कि 10 सितंबर की रात को रिश्तेदारी के चाचा घर पर आए। संतोष की अपाचे बाइक को ले जाने लगे।
इसका विरोध करने पर आरोपित चाचा, उनकी पत्नी व भाई ने संतोष से अभद्रता की। बीच में संतोष के पिता को भी डंडे से मारा। इसका विरोध करने पर आरोपितों ने संतोष के सीने और पेट पर घूसे मारे। इससे बेटा बेहोश सा होने लगा। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने बेटे को मृत घोषित कर दिया।
तीन में से एक नाम निकालने को बोली पुलिस
संतोष बहन त्रिफूल ने बताया कि 11 सितंबर को डीएलएफ चौकी पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने शाम को आकर एफआइआर की कापी मिलने की बात कही थी। 12 सितंबर को चौकी से पुलिसकर्मी घर आकर पीएम रिपोर्ट देने आए और पूछने पर शाम को एफआईआर की कापी मिलना बताया।
13 सितंबर को चौकी पुलिस ने फिर टरकाया। जानकारी करने पर पता चला कि एफआईआर कराने की प्रक्रिया ही शुरू नहीं हुई है। 14 सितंबर को थाने जाने पर पुलिस ने अस्पताल से रिपोर्ट लाने और तीन में से एक नाम निकालने के लिए को बोला। संपर्क करने पर अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि पीएम रिपोर्ट खुद पुलिस के पास है।
15 सितंबर को थाने पहुंचकर स्वजन ने नाराजगी जताई। पुलिस ने जल्द मुकदमा दर्ज होने की बात कहकर भेज दिया। एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पोस्टमार्टम में युवक की मौत हार्ट अटैक से होना आया है। नाम हटाने का दबाव बनाने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।