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Noida: STF ने गिरफ्तार किए दो चीनी, वीडियो लाइक कराने के नाम पर करते ठगी; क्रिप्टो करेंसी से विदेश भेजते रकम

Noida Police Arrest Chinese Citizens नोएडा में एसटीएफ और नालेज पार्क कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने चिट फंड कंपनी बना फ्राड करने वाले दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि चीनी नागरिक क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से अपने देश को ठगी की रकम भेजते थे।

By Praveen SinghEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 16 Oct 2022 09:03 PM (IST)
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पुलिस-STF की टीम ने गिरफ्तार किए दो चीनी नागरिक।
नोएडा, जागरण संवाददाता। चिट फंड कंपनी बनाकर वीडियो लाइक कराने के नाम पर भारतीय नागरिकों से करोड़ों की ठगी करने वाले चीन के दो नागरिकों को एसटीएफ व नालेज पार्क कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित पूर्व में पकड़े गए जालसाज व हवाला कारोबार से जुड़े रविकुमार नटवरलाल के साथी है। चीन के दोनों नागरिकों की पहचान फेंग चेनजिन व यूआंग कुआन के रूप में हुई है।

आरोपित ग्रेटर नोएडा में बैठकर भारतीय नागरिकों को प्रलोभन देकर उन्हें वीडियो लाइक करने के नाम पर करोड़पति बनने का सपना दिखाते थे। अलग-अलग किस्तों में लोगों से खाते में रकम मंगाते थे। पिछले चार साल से आरोपित यह ठगी का धंधा संचालित कर रहे थे। ठगी करने के लिए आनलाइन गूरो एप का प्रयोग किया जाता था।

विदेश में क्रिप्टो करेंसी के जरिए ट्रांसफर की जाती थी रकम

ठगी की रकम को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से विदेश के खातों में ट्रांसफर किया जाता था। पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से 150 सिम, दो लैपटाप, एक टैब, चार मोबाइल फोन, गूरो मीडिया एप के 76 पैंफ्लेट, दो पासपोर्ट इसमें एक की अवधि समाप्त, एटीएम कार्ड, चेक बुक व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा 30 हजार भारतीय रुपये, 110 चाइनीज करेंसी युआन, 10 हजार कोरियन रुपये व पांच हजार कंबोडिया रुपया मिला है।

चार साल में 5000 से ज्यादा लोगों से ठगी

मामले में चीन के सात नागरिक व पांच भारतीय समेत कुल 12 लोगों के खिलाफ एसटीएफ की तरफ से नालेज पार्क कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। मामले में आईटी एक्ट, इनामी चिट और धन परिचालन स्कीम के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपित चार साल में पांच हजार से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके है। आरोपितों के तार हवाला कारोबार से भी जुड़े है।

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ऐसे करते थे ठगी

मोबाइल नंबर प्राप्त कर आरोपित गूरो मीडिया एप के माध्यम से सभी लोगों को एक प्लेटफार्म पर जोड़ लेते थे। खुद को अमेरिका की कंपनी बताकर उनको तीन वीडियो भेजते थे। वीडियो लाइक कराने के नाम पर प्रत्येक लाइक पर चार हजार रुपये देने का झांसा देते थे। ज्यादा वीडियो लाइक कराने के चक्कर में पीड़ित ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ देते थे।

हर व्यक्ति को जोड़ने के नाम पर 50 हजार रुपये लिए जाते थे और फिर उन पर दबाव बनाया जाता था कि वह गोल्ड मेंबर बनने के लिए दस और लोगों को जोड़े। छोटी रकम जमा कर भरोसा कायम करने के बाद आरोपित पांच करोड़ की इनामी राशि देने का झांसा देकर दस से तीस लाख रुपये जमा करवा लेते थे। यह रकम अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराई जाती थी।

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ग्रेटर नोएडा के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि एसटीएफ के साथ मिलकर चीन के नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जांच में एक आरोपित के पासपोर्ट की अवधि समाप्त मिली है। आरोपित लोगों से आनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देते थे।

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