असुविधा के लिए खेद है! छठ पूजा को लेकर बदला रहेगा रूट, नोएडा आने-जाने वाले करें इन रास्तों का इस्तेमाल
Chhath Puja Traffic Diversion नोएडा शहर में छठ पूजा को लेकर विभिन्न मार्गों पर शुक्रवार तक रूट का डायवर्जन रहेगा। दिल्ली और एनसीआर से नोएडा आने वाले चालकों को वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। ताकि वह किसी प्रकार की परेशानी में ना फंसे। ग्रेटर नोएडा की तरफ आने वाले भारी वाहनों का चरखा गोलचक्कर से डायवर्जन रहेगा। पढ़ें पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, नोएडा। जिले में छठ पूजा को लेकर विभिन्न मार्गों पर शुक्रवार तक रूट डायवर्जन रहेगा। वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करके राहगीर अपने गंतव्य को जा सकेंगे। पुलिस उपायुक्त यातायात यमुना प्रसाद ने बताया कि छठ पूजा को लेकर बुधवार से रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है।
यह रूट डायवर्जन शुक्रवार को छठ पूजा (Chhath Puja 2024) समाप्त होने तक लागू रहेगा। महामाया फ्लाई ओवर से सरिता विहार होकर दिल्ली जाने वाले कालिंदी कुंज मार्ग, नोएडा स्टेडियम सेक्टर 21ए, चोटपुर, बहलोलपुर सेक्टर 63 तथा हिंडन पुल कुलेशरा पर लागू रहेगा। इन मार्गों पर भारी व मध्यम मालवाहक वाहनों प्रतिबंध लागू रहेगा। भीड़भाड़ ज्यादा होने पर आवश्यकता पड़ने पर हल्के वाहनों का भी डायवर्जन किया जा सकता है।
गोलचक्कर से रहेगा डायवर्जन
- ग्रेटर नोएडा की ओर से आने वाले मालवाहक वाहनों का चरखा गोलचक्कर से डायवर्जन रहेगा। यह वाहन डीएनडी, चिल्ला होकर दिल्ली जाएंगे।
- महामाया फ्लाई ओवर के ऊपर सेक्टर 37 की ओर से आने वाले मार्ग पर आवश्यकता पड़ने पर मालवाहक वाहनों वाहनों का डायवर्जन फ्लाई ओवर समाप्ति पर गऊशाला गोलचक्कर से चरखा गोलचक्कर की ओर रहेगा।
- हिंडन कुलेशरा पर सूरजपुर की ओर से फेस दो जाने वाले मालवाहक वाहनों को आवश्यकता पड़ने पर कच्ची सडक तिराहा से किसान चौक की ओर डायवर्ट रहेगा।
वैकल्पिक मार्गों का ही करें प्रयोग
डीसीपी ने बताया कि असुविधा व जाम जैसी समस्या से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करने की अपील की है। जिस से किसी तरह की परेशानी उत्पन्न नहीं हो। उन्होंने यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क करने की अपील की है।जमीन पर यमुना प्राधिकरण अब करेगा सेक्टर का निर्माण
मास्टर प्लान की सीमा को लांघ पर एक दशक पहले खरीदी गई जमीन पर यमुना प्राधिकरण अब सेक्टर बसाएगा। करोड़ों रुपये की जमीन प्राधिकरण के लिए अब सोना के भाव से कम नहीं होगी। अभी तक यह जमीन किसानों के कब्जे में है, लेकिन मास्टर प्लान 2041 में शामिल होने के बाद सेक्टरों के विकास का रास्ता साफ जाएगा। बता दें अभी यह जमीन टुकड़ों में अलग-अलग जगह बंटी हुई है। इस पर सेक्टर विकसित करने के लिए प्राधिकरण को बाकी जमीन खरीदनी होगी।
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