नोएडा में Twin Tower ढहाने के लिए 3700 पिलर में होगा ब्लास्ट, किए गए 9800 छेद; 15 दिनों तक लगेगा विस्फोटक
Noida Twin Towers Demolition राजधानी दिल्ली से सटे नोए़डा में सुपरटेक के 40 मंजिला दोनों टावर गिराने के लिए आज से 15 दिनों तक विस्फोटक लगाया जाएगा। इसके लिए 9800 छेद किए गए हैं। एक होल में 1.375 किलो बारूद डाला जाएगा।
By Abhishek TiwariEdited By: Updated: Sat, 13 Aug 2022 10:44 AM (IST)
नोएडा [कुंदन तिवारी]। सुपरटेक के दोनों टावरों (Supertech Twin Tower) को ध्वस्त करने के लिए आज से विस्फोटक लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए दोनों टावर के सामने की सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां सिर्फ पुलिस, एडफिस और जेट डिमोलिशन कंपनी के लोग ही आ जा सकेंगे।
60 लोग करेंगे विस्फोटक लगाने का काम
टावर को ध्वस्त करने के लिए जो विस्फोटक लगाया जाएगा, उसमें 325 किलो सुपर पावर जैल, 63300 मीटर्स सोलर कार्ड, साफ्ट टयूब, जिलेटिन राड, 10990 नंबर सुप्रीम डिले नान इलेक्ट्रिक डेटोनेटर रैगिंग क्लास-6 और डिवीजन-2 होंगे। चार इंस्टेंटएनोयस एक्सप्लोसिव डिवाइस का प्रयोग किया जाएगा। विस्फोटक लगाने का काम 60 लोग करेंगे।
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किसी भी पिलर में 5 से ज्यादा होल नहीं होंगे
दोनों टावरों के किसी भी पिलर में पांच से ज्यादा होल नहीं होंगे। किसी भी होल में 1.375 किलो से ज्यादा विस्फोटक नहीं लगाया जाएगा। किसी भी दो पिलर में एक साथ विस्फोट नहीं होगा। टावर परिसर के 40 मीटर दायरे में किसी भी अन्य तरह की गतिविधि नहीं होनी चाहिए। यह विस्फोट करीब 100 किलोमीटर दूर पलवल स्थित मैगजीन से पुलिस की सुरक्षा में लाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट लगाने में 60 लोगों को लगाया जाएगा। इसके अलावा वहां पर सात दक्षिण अफ्रीका और 10 भारत के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। इनकी निगरानी में विस्फोट लगाने और उसको चार्ज कराने का काम होगा।टावर परिसर में नहीं जा सकेगा कोई अन्य शख्सटावर परिसर में इनके अलावा किसी भी अन्य शख्स को जाने की मंजूरी नहीं होगी। ध्वस्तीकरण वाले दिन संबंधित आरडब्ल्यूए लोगों सहित हर चीज को पूरी तरह से फ्लैट से बाहर लाने के लिए फ्लोर और टावर मैनेजर की नियुक्ति करेंगी। 15 दिनों तक लगेगा विस्फोटक दोनों टावर के करीब 3700 पिलर में विस्फोट होना है। इसके लिए 9800 छेद किए गए हैं। सीबीआरआई समेत पुलिस की क्लियरेंस मिल चुकी है। लगातार 15 दिनों तक विस्फोटक आएगा और सुबह आठ बजे से दिन ढलने तक रिचार्ज का काम किया जाएगा। इसके बाद दोनों टावरों को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।
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दोनों टावरों के किसी भी पिलर में पांच से ज्यादा होल नहीं होंगे। किसी भी होल में 1.375 किलो से ज्यादा विस्फोटक नहीं लगाया जाएगा। किसी भी दो पिलर में एक साथ विस्फोट नहीं होगा। टावर परिसर के 40 मीटर दायरे में किसी भी अन्य तरह की गतिविधि नहीं होनी चाहिए। यह विस्फोट करीब 100 किलोमीटर दूर पलवल स्थित मैगजीन से पुलिस की सुरक्षा में लाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट लगाने में 60 लोगों को लगाया जाएगा। इसके अलावा वहां पर सात दक्षिण अफ्रीका और 10 भारत के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। इनकी निगरानी में विस्फोट लगाने और उसको चार्ज कराने का काम होगा।टावर परिसर में नहीं जा सकेगा कोई अन्य शख्सटावर परिसर में इनके अलावा किसी भी अन्य शख्स को जाने की मंजूरी नहीं होगी। ध्वस्तीकरण वाले दिन संबंधित आरडब्ल्यूए लोगों सहित हर चीज को पूरी तरह से फ्लैट से बाहर लाने के लिए फ्लोर और टावर मैनेजर की नियुक्ति करेंगी। 15 दिनों तक लगेगा विस्फोटक दोनों टावर के करीब 3700 पिलर में विस्फोट होना है। इसके लिए 9800 छेद किए गए हैं। सीबीआरआई समेत पुलिस की क्लियरेंस मिल चुकी है। लगातार 15 दिनों तक विस्फोटक आएगा और सुबह आठ बजे से दिन ढलने तक रिचार्ज का काम किया जाएगा। इसके बाद दोनों टावरों को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।