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'मैंने पी नहीं है...', शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले हो जाएं सावधान, नोएडा में धड़ाधड़ हो रहा एक्शन

अब आप नोएडा में शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं तो अब चालान से नहीं बच पाएंगे। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव के मामलों में फोटोयुक्त ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट शुरू किया है। इस टेस्ट में शराब की मात्रा की जानकारी से लेकर चालक का फोटो भी होगा। इससे मौके पर फोटो जैसे साक्ष्य होने पर चालक चालान जमा करते समय झूठ नहीं बोल पाएंगे।

By Munish Kumar Sharma Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 05 Nov 2024 12:55 PM (IST)
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नोएडा में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। फोटो- जागरण ग्राफिक्स
मुनीश शर्मा, नोएडा। ड्रिंक एंड ड्राइव करते हुए पकड़े जाने वाले अब यह नहीं कह पाएंगे कि उन्होंने शराब का सेवन नहीं किया है। यातायात पुलिस की ओर से फोटोयुक्त ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट करने की कवायद की जा रही है।

इस टेस्ट में शराब की मात्रा की जानकारी से लेकर चालक का फोटो भी होगा। इससे मौके पर फोटो जैसे साक्ष्य होने पर चालक चालान जमा करते समय झूठ नहीं बोल पाएगा। पूर्व में ड्रिंक एंड ड्राइव के मामलों में साक्ष्य की दिक्कत आती थी।

ड्रिंक एंड ड्राइव करने वालों पर हो रही कार्रवाई

डीसीपी यातायात गौतमबुद्ध नगर यमुना प्रसाद ने बताया कि 100 मिलीग्राम रक्त में 33 मिलीग्राम से ज्यादा शराब की मात्रा मिलना कार्रवाई के दायरे में आता है। इसके लिए ब्रीथ एनालाइजर मशीन से जांच की जाती है।

जिले में उपलब्ध अत्याधुनिक मशीनों से जांच की जा रही है। इस समय 48 मशीन और 19 प्रिंटर उपलब्ध हैं। इनमें कार की जानकारी से लेकर फोटो तक आता है। इससे कार्रवाई करना आसान और काफी पारदर्शी होता है।

इस तरह के लोग लापरवाही बरत कर अपने साथ-साथ लोगों की जान भी आफत में डालते हैं। ड्रिंक एंड ड्राइव करने वालों के खिलाफ विभाग की ओर से अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। आगे भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

मशीन एक्टिव और पेसिव दोनों मोड में करती है जांच

पुलिस के मुताबिक ब्रीथ एनालाइजर मशीन फ्यूल सेल सेंसर बेस्ड मशीन है। यह जांच की शुद्धता के मामले में अव्वल है। इससे एक्टिव व पेसिव दोनों मोड पर जांच की जा सकती है। इससे शराब का सेवन करने और उसके साथ बैठने वाले का भी पता चल सकेगा। इसके साथ ही पोर्टेबल प्रिंटर होने के साथ कहीं पर भी चालान का प्रिंट निकाला जा सकता है। वजन काफी कम होने से यातायात पुलिस को इसे ले जाना भी आसान होता है।

ब्रीथ एनालाइजर से ऐसे होती है जांच

चिकित्सकों के मुताबिक शराब रक्त वाहिकाओं के माध्यम से खून में मिल जाती है। इसका असर फेफड़ों पर भी पड़ता है। फेफड़ों पर असर ही बदबू की वजह है, जब हम सांस छोड़ते हैं तो हमारे मुंह और नाक के माध्यम से फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं से शराब की बदबू आती है। मुंह से निकलने वाली हवा से ही ब्लड में एल्कोहल लेवल जांच करती है।

नशे में और गुटका खाते रहे दस लोग पकड़े

जिला अस्पताल में सोमवार को सुरक्षा कर्मियों ने गर्भवती महिलाओं के वार्ड के अंदर शराब के नशे में और पर्ची काउंटर पर गुटका खाते दस लोगों को पकड़ लिया। उन सभी के द्वारा गलती स्वीकार करने पर सुरक्षा अधिकारी 200-200 रुपये का जुर्माना लगाकर वसूली की कार्रवाई की। बाद में हिदायत देकर छोड़ दिया।

सुरक्षा अधिकारी राजकुमार ने बताया कि पहले तल पर निरीक्षण के दौरान वार्ड में एक गर्भवती महिला का पति धर्मेंद्र पाडेय शराब के नशे में घूम रहा था। उसे पकड़ने पर बताया कि दो दिन पहले पत्नी ने नवजात को जन्म दिया था। इस बात से खुश होकर शराब पी थी।

सुरक्षा कर्मी उसे सीएमएस के कार्यालय में ले गए। वहां लिखित स्पष्टीकरण लेने के बाद 200 रुपये का जुर्माना लगाया। उसके बाद एक्स-रे कमरे में अनुज, उड़ीसा का हरधर, सोरखा निवासी अमित, अलीगढ़ से आया असीम, वीरेश, वासु, सुशील, सोनू और दीपक को भी गुटका खाते पकड़ लिया। इनसे सभी के खिलाफ भी जुर्माना वसूलने की कार्रवाई हुई। राजकुमार के मुताबिक, एक माह में 25 से ज्यादा लोगों को पकड़ कर नियमों के बारे में बताया गया है।

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