Noida: मेले में झूला रुका भी नहीं और खोल दिए सेफ्टी रॉड, लड़खड़ाकर गिरे तीन लोग और...
एक छोटी सी जल्दबाजी और लापरवाही कैसे आपकी जान ले सकती है यह नोएडा में हुई एक घटना साफ बताती है। नोएडा सेक्टर-45 स्थित सदरपुर गांव में लगे सावन मेले में झूले से उतरने के दौरान दो महिलाओं और एक बच्चे ने झूले की सेफ्टी रॉड रुकने से पहले ही खोल दी जिससे तीनों गिर गए और कमर की हड्डी टूटने से एक महिला की मौत हो गई।
नोएडा, जागरण संवाददादाता। नोएडा सेक्टर-45 स्थित सदरपुर गांव में लगे सावन मेले में झूले से उतरने के दौरान एक महिला घायल हो गई। हादसे में महिला की गर्दन की हड्डी टूटने से उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान सदरपुर की उषा (55) के रूप में हुई है।
हादसे में उसकी बहू और रिश्तेदार का बेटा घायल हो गए हैं। सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में पुलिस ने झूला चलाने वाले दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया है।
हर वर्ष लगता है मेला
सोम बाजार में सावन मेला पारंपरिक तौर पर हर वर्ष लगता है। सोम बाजार में लगे सावन मेले में बुधवार रात करीब आठ बजे मेले में सास, बहू समेत कई लोग गए थे। यहां बड़े झूले पर तीनों झूल रहे थे। झूले से उतरने के दौरान सास, बहू और बच्चा लड़खड़ाकर नीचे गिर गए।
घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई है। हादसे में घायल उषा को तुरंत किसी तरह सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
झूले से उतरने के दौरान लड़खड़ा गईं थीं दोनों महिलाएं
वहीं महिला की बहू शालू के पैर में और बच्चे को हल्की चोट लगी है। प्राथमिक जांच में आया है कि झूले से उतरने के दौरान लड़खड़ाने से दोनों महिलाएं गिर गई थीं।
सतह पर पहुंचने से पहले ही खोल दिया था सेफ्टी रॉड
जानकारी के अनुसार झूला अपनी सतह पर पहुंचा भी नहीं था कि दोनों महिलाओं ने झूले का सेफ्टी रोड खोल दिया। जल्दबाजी में उतरते वक्त महिला की गर्दन लोहे की रॉड से टकरा गई। हादसे में उसकी गर्दन की हड्डी टूटने के कारण महिला की मौत हुई है।
वहीं महिला की बहू और बच्चे घायल हुए है। पुलिस ने मृतक महिला के बेटे की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 व 325 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने मामले में अबतक झूला चलाने वाले दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। जबकि फरार झूला संचालक की तलाश शुरू हो गई है। मामले में झूला संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी में है। प्राधिकरण समिति अन्य एजेंसी से झूला लगाने की अनुमति ली गई थी। झूला टूटने का कोई सबूत नहीं मिला है।