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ऑफिस जाने वाले लोगों के लिए खुशखबरी, नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर अब पैदल जा पाएंगे दफ्तर

Yamuna Authority नोएडा और ग्रेनो एक्सप्रेस-वे से के किनारे रहने वाले या इसके आसपास रहने वाले लोगों से जुड़ी बड़ी खबर है। नोएडा प्राधिकरण एक्सप्रेस-वे के किनारे दोनों ओर ग्रीन वॉकिंग जोन बनाएगा। जिससे दफ्तर आने-जाने वाले लोगों को बहुत लाभ होगा। वह पैदल अपने ऑफिस जाने के लिए इन रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक क्लिक में पूरी जानकारी।

By Kundan Tiwari Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Tue, 17 Sep 2024 04:31 PM (IST)
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Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे। जागरण फोटो

जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (greater noida expressway) व मेट्रो लाइन के आसपास रहने वाले लोग आसानी से अपने ऑफिस तक पैदल आ जा सके। इसके लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर ग्रीन वॉकिंग जोन बनाया जाएगा। इसका मकसद है कि सड़क से यातायात का दबाव कम किया जा सके। रिहायशी सेक्टर में रहने वाले लोगों को आराम और सुकुन दिलाया जा सके।

यहां लोग बैठ कर अपना टाइम एक्सपेंड कर सकें। साथ ही हरियाली का लुत्फ उठा सकें। पाथ वे नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस के ग्रीन बेल्ट में बनाया जाएगा। इसको बनाने के लिए ग्रीन बेल्ट पर पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। तीन दिन में अधिकारी स्थलीय निरीक्षण कर इसका ड्राइंग डिजाइन तैयार करांगे, इसके बाद टेंडर प्रक्रिया होगी।

50 मीटर ग्रीन बेल्ट में बनेगा पाथ

नोएडा प्राधिकरण (Yamuna Authority) उद्यान निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि इस पाथ वे को बनाने से पहले यहां पायलट प्रोजेक्ट पर काम होगा। इसके तहत 50 मीटर ग्रीन बेल्ट में पाथ वे तैयार किया जाएगा। इसे इतना चौड़ा बनाया जाएगा कि लोग आराम से सैर सपाटा कर सके। इसके दोनों ओर फूल हेज लगेंगी।

साथ ही बैठने के लिए बेंच भी लगाई जाएंगी। वहीं सुकून के लिए इस पाथ वे के एक तरफ फाउंटेन भी लगाया जाएगा। यह पाथ वे पूरे एक्सप्रेस वे पर नहीं, बल्कि अलग-अलग पैच में 500 -500 मीटर तक बनाए जाएंगे। दोनों तरफ इनको बनाया जाएगा। ताकि एक्सप्रेस के दोनों तरफ के रिहायशी सेक्टर और कंपनी में काम करके यहां आ सके।

एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर दर्जनों रिहायशी सेक्टर और कंपनियां

इसे लोग पैदल पाथ वे के रूप में भी प्रयोग कर सकेंगे। इसके अलावा शहर में डस्ट फ्री जोन का निर्माण किया जाएगा। जहां डस्ट फ्री जोन बने है उनको दोबारा से अनुरक्षित किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर दर्जनों रिहायशी सेक्टर और आईटी कंपनियां हैं। आने वाले समय में यहां सेक्टर-141, 142, 143, 144, 146 के अलावा सेक्टर-150, 151 बसाए जा रहे है।

यहां भी तमाम कंपनियां अपना आकार ले रही है। ऐसे में ये पाथ वे लोगों को सैर सपाटे से लेकर आराम दायक सुकून भी देगा। सेक्टर-142 के मेट्रो लाइन के आसपास बनी ग्रीन बेल्ट में एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा। इस भी स्थलीय सर्वे कराया जा रहा है। लोग मेट्रो या एक्सप्रेस-वे के आसपास रहने वाले लोग आराम से इन ग्रीन पाथ वे का प्रयोग करके ऑफिस जाए, जिससे यातायात पर ज्यादा दबाव न बने।

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