Noida Twin Tower Demolition: टावर ध्वस्तीकरण के दिन लगेगी 300 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी, 8 स्थानों पर सड़कें रहेंगी बंद
Noida Twin Tower Demolition बिल्डर व आरडब्ल्यूए की तरफ से सोसायटी का बीमा नहीं कराए जाने के कारण भी लोग परेशान है। बीमा कराने के बाद भी कई तरह के सवाल लोगों के मन में आ रहे कि अगर कुछ अनहोनी हुई तो क्या क्षतिपूर्ति मिल सकेगी?
नोएडा, जागरण संवाददाता। Noida Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने का काम 28 अगस्त तक पूरा किया जाएगा। यह ट्विन टावर 9 सेकंड में ही ध्वस्त हो जाएंगे। इस दौरान आठ स्थानों पर सड़कें बंद की जाएंगी।
सेटेलाइट मैप के जरिए चिन्हिृत किए गए कई स्थान
ध्वस्तीकरण साइट के आसपास की मुख्य सड़कों से लेकर अंदरुनी सड़क पर वाहनों के साथ पैदल लोगों की आवाजाही भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। सेटेलाइट मैप के जरिए कई स्थान चिन्हिृत किए गए हैं।
जहां पर पुलिस बैरिकेड लगाकर उन स्थानों को बंद करेगी और लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगाएगी। यहां 300 पुलिसकर्मियों के साथ साथ सड़क बंद होने के कारण रूट डायवर्जन और यातायात की व्यवस्था को संभालने के लिए अतिरिक्त यातायात पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
घर का दुर्घटना बीमा करा रहे लोग
एपेक्स व सियान टावर के 50 मीटर क्षेत्र में 220 फ्लैटों का बीमा सिर्फ सौ करोड़ रुपये का होने से चिंतित लोग भारत गृह रक्षा के तहत घर का दुर्घटना बीमा करा रहे है।
दरअसल एमराल्ड कोर्ट सोसायटी में एक फ्लैट की कीमत करीब एक करोड़ रूपये से अधिक है, ऐसे में एमराल्ड कोर्ट के ही तीनों टावरों को मिलाने से 100 करोड़ रूपये की रकम कम पड़ती है, जबकि एटीएस विलेज सोसायटी के फ्लैटों को कीमत एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के फ्लैटों से करीब दो गुना है व सोसायटी के चार टावरों में 88 फ्लैट है।
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